पर्यटन कारोबार : 40 साल के न्यूनतम स्तर पर पर्यटन, कारोबारियों ने लीज खत्म कर होटलों पर लगाया ताला

पर्यटन कारोबार : 40 साल के न्यूनतम स्तर पर पर्यटन, कारोबारियों ने लीज खत्म कर होटलों पर लगाया ताला

मनाली (कुल्लू)
कोरोना से मनाली का पर्यटन कारोबार पिछले 40 सालों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। एक माह से मनाली के होटलों में ताले लटके हैं जबकि लीज पर होटल लेने वाले 90 फीसदी कारोबारी होटलों को छोड़ चुके हैं। दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ और पंजाब सहित अन्य जगहों से कारोबारियों ने मनाली में होटलों को लीज पर लिया था। कोरोना की दूसरी लहर के बाद इन कारोबारियों ने लीज तोड़ दी है। 

पर्यटन नगरी मनाली में ही पर्यटन से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। मनाली के होटलों में पूरी तरह से तालाबंदी होने के कारण इस साल का पर्यटन सीजन भी कोरोना के कारण बंद हो गया है। इससे न केवल जिला के पर्यटन कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है बल्कि प्रदेश सरकार को भी राजस्व के रूप में करोड़ों की चपत लगी है। मनाली में काम करने वाले महेश, हरि राम, संजय ने बताया कि वे मनाली में होटल में बतौर वेटर और कुक का काम करते हैं, लेकिन कोरोना के चलते ताले लग गए हैं। ऐसे में अब वे अपने घरोें को लौटना चाहते हैं। इस साल हालात पिछले साल से भी खराब हैं। (संवाद)

क्या कहते हैं होटलियर
मनाली के होटलियर श्याम सुंदर शर्मा, निहाल ठाकुर और बिशन ठाकुर ने बताया कि पर्यटन कारोबार 40 सालों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। होटल सुनसान होने से ताले लग गए हैं। 90 फीसदी होटलों की लीज तोड़कर कारोबारी लौट गए हैं। मनाली में अधिकतर होटल 15 से 20 वर्षों से लीज पर चल रहे हैं। लेकिन अब कारोबार न होने से लीज पर होटलों को चलाने वाले दिल्ली, मुंबई और चंडीगढ़ के कारोबारी लीज तोड़कर घर चले गए हैं।

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