निशानदेही में और कितना वक्त ?

धर्मशाला। जिला मुख्यालय धर्मशाला की समीपवर्ती ग्राम पंचायत खनियारा में आंगनबाड़ी भवन को गिराने के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस इसके लिए राजस्व विभाग को जिम्मेदार ठहरा रही है। जमीन की निशानदेही न होने के चलते जांच में परेशानी आने का तर्क दिया जा रहा है।
मई, 2012 में खनियारा पंचायत में एक व्यक्ति पर जेसीबी से आंगनबाड़ी केंद्र भवन को गिराने का आरोप है। हालांकि स्थानीय पंचायत ने इस पर विरोध भी किया। लेकिन व्यक्ति ने पंचायत की एक न सुनी और देखते ही देखते आंगनबाड़ी भवन को गिरा दिया। इस पर गुस्साए पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले को लेकर पुलिस में शिकायत करवाई थी। लेकिन पुलिस अभी तक न तो आरोपी को गिरफ्तार कर पाई है और न ही कोर्ट में चालान पेश कर पाई है। वहीं तत्कालीन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने भी पुलिस को जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा सकी। पंचायत के उपप्रधान प्रदीप शर्मा और वार्ड सदस्य प्रवीण भट्ट तथा वेद प्रकाश ने बताया कि पंचायत ने राजस्व विभाग से सभी औपचारिकताएं पूरी करवाकर यहां आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन का निर्माण करवाया था। लेकिन एक व्यक्ति ने आंगनबाड़ी केंद्र के समीप जमीन खरीदने के बाद भवन को जेसीबी से गिरा दिया। व्यक्ति ने चहारदीवारी लगाकर आंगनबाड़ी केंद्र पर जेसीबी चला दी। उन्होंने जिला प्रशासन से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इधर, एसएचओ धर्मशाला देसराज चंद्रोटिया ने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना एक दंडनीय अपराध है। उन्होंने कहा कि पंचायत ने आंगनबाड़ी भवन को गिराने के संदर्भ में शिकायत दी है। मामले की जांच कर जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नायब तहसीलदार को दिए निर्देश
तहसीलदार धर्मशाला मनोज कुमार का कहना है कि जमीन की निशानदेही के लिए नायब तहसीलदार को निर्देश दिए हैं। जल्द आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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