निजी कंपनी के खिलाफ खोला मोर्चा

सोलन। कैंटर आपरेटर यूनियन सोलन ने अपनी मांगों को लेकर ओच्छघाट स्थित एक निजी कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनियन कर्मचारियों को कहना है कि कंपनी ने स्थानीय ठेकेदारों के साथ मिलकर कर्मचारियों के हकों को मार रही है, जिसके चलते उनका कामकाज रुक गया है। वहीं यूनियन प्रधान राजकुमार वर्मा ने बताया कि श्रम कानून के आधार पर निजी कंपनियों को मजदूर वर्ग को 70 प्रतिशत देना अनिवार्य है। वर्ष 2007 में कंपनी सोलन में आई थी। उस समय कंपनी 5500 रुपये में गाड़ी सोलन से अंबाला जाती थी। उस समय डीजल के दाम 32 रुपए थे। जो आज बढ़ कर 48 हो गया है। वहीं कंपनी आज भी उन्हीं दामों पर काम करने पर मजबूर कर रही है।

6 दिन से धरने पर
कैंटर यूनियन के करीब 200 से अधिक कर्मचारी छह दिनों से कंपनी के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके कंपनी ने अभी तक इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया है। यूनियन में धरना-प्रदर्शन कर रहे राजू, बृज मोहन, हरदेव सिंह, टेक चंद, बंटी, पंकज, धीरज, दिनेश, रमेश, महेंद्र, रवि, प्रताप, जोगिंद्र, कृष्ण, सितेंद्र, तेज सिंह हेमंत और सुरेश ने प्रशासन से मांग श्रम कानून अधिनियम के तहत कर्मचारियों को न्याय दिलवाने की मांग की है।

Related posts