नर्सरी से आठवीं कक्षा के सवा पांच लाख विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की होंगी जांच

नर्सरी से आठवीं कक्षा के सवा पांच लाख विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की होंगी जांच

शिमला
सरकारी स्कूलों में नर्सरी से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले सवा पांच लाख विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जून 2022 तक शिक्षा विभाग इस अभियान को पूरा करेगा।

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले सवा पांच लाख विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जून 2022 तक शिक्षा विभाग इस अभियान को पूरा करेगा। विद्यार्थियों में खून की कमी जांचने के लिए विशेष जांच शिविर लगेंगे। स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट के आधार पर मिड-डे मील में पोषक तत्व शामिल किए जाएंगे। प्रधान सचिव शिक्षा रजनीश ने बताया कि जल्द इस अभियान की रूपरेखा जारी की जाएगी। विद्यार्थियों में खून की कमी का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य जांच करने का फैसला लिया गया है। इसके तहत आठवीं कक्षा तक वाले प्रदेश के सभी स्कूलों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।

विद्यार्थियों के खून की जांच के अलावा उनके खानपान, रहन-सहन की जानकारी जुटाई जाएगी। स्वास्थ्य जांच पूरी होने के बाद विस्तृत रिपोर्ट बनेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को स्कूलों में दिए जाने वाले भोजन की सामग्री में बदलाव किया जाएगा। पोषक तत्वों को इसमें शामिल करते हुए बच्चों में खून की कमी दूर की जाएगी। केंद्र सरकार ने भी पोेषक अनाजों को पीएम पोषण योजना में शामिल करने की संभावनाएं तलाशने के लिए कहा है। मध्याह्न भोजन में ज्वार, बाजरा और रागी को शामिल करने की संभावनाएं देखी जा रही हैं। प्रदेश के स्कूलों में दो मार्च से मिड-डे मील बनना शुरू होगा।

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