दूषित पेयजल आपूर्ति करने पर भड़के

पधर (मंडी)। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से दूषित पेयजल की आपूर्ति करने पर आठ गांवों के लोगों ने कड़ा संज्ञान लिया है। सोमवार को लगभग 50 ग्रामीणों ने किसान यूनियन के प्रधान लाभ सिंह की अगुवाई में चतरीहल नाला में जाकर पेयजल स्रोत का जायजा लिया। लगभग 700 आबादी वाले इन गांवों के लोगों ने आईपीएच विभाग पधर को चेताया है कि उनके पेयजल स्रोत की साफ सफाई के लिए शीघ्र कदम नहीं उठाए गए तो एसडीएम पधर को मौके पर ले जाकर निरीक्षण करवाया जाएगा।
किसान यूनियन के प्रधान लाभ सिंह ठाकुर, बीरबल ठाकुर, यशपाल, ज्ञान चंद, बीरी सिंह, इंद्र सिंह, पदम सिंह, हेमंत कुमार, हिमा देवी, रामदेय, कमला, निर्मला देवी, नीलम, विश्वा देवी, चुहड़ू राम, ठाकर दास, राज राम, भयाणी देवी, हेम सिंह, सुंदर सिंह, नंद लाल, लता देवी, शेर सिंह, दिनेश कुमार, संजीव, मोहन सिंह, सुभद्रा देवी, गीता देवी, प्यारे लाल, राजेश कुमार, शांता, गुरुवंती देवी, हरी सिंह ठाकुर, नागदेव व अच्छर सिंह सहित पांच दर्जन ग्रामीणों ने बताया कि गांव ढुहग, जलवाकड़, अपर जंदरोग, लोअर जंदरोग, खपराटू, गांव अपर ढंगा, लोअर ढंगा, समखेतर गांवों की लगभग 700 आबादी वाले गांवों को सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग पधर चतरीहल-जंदरोग पेयजल योजना से पीने के पानी की आपूर्ति कर रहा है। विभाग ने पेयजल की आपूर्ति पेयजल टैंक से न करते हुए बीच नाले में बनाए गए ओपन स्रोत से की है। नाले में विभाग ने तीन टैंकों का निर्माण किया है, जिसमें एक टैंक के पानी से कुछ परिवारों को सप्लाई दी गई है। दूसरे टैंक में पानी की सप्लाई कम है और टैंक से रिसाव हो रहा है। तीसरे टैंक में नाले के गंदे पानी को स्टोर किया गया है, जिससे सभी गांव को आपूर्ति विभाग कर रहा है।
आईपीएच के अधिशासी अभियंता अरुण शर्मा का कहना है कि स्रोत के समीप कुछ नई बस्तियां बसी हैं, जिन्हें विभाग पेयजल आपूर्ति करने को नई लाइन बिछा रहा है। पानी की कमी को देखते हुए पंचायत के अधीन अन्य स्रोतों को विभाग ने टेकओवर किया है। लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना विभाग का कर्तव्य बनता है। किसी को भी कोई आपत्ति है तो वे कार्यालय में मिल सकते हैं। पानी की नई लाइन बिछाने को कुछ लोगों ने एतराज किया है। सोमवार को एसडीओ को मौके पर भेजा गया। उन्होंने बताया कि लोगों के विवाद को सुलझा लिया गया है।

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