दूध बेचकर पिता चलाते रहे परिवार, बेटी ने नीट में देशभर में हासिल की 47वीं रैंक

दूध बेचकर पिता चलाते रहे परिवार, बेटी ने नीट में देशभर में हासिल की 47वीं रैंक

रंगस (नादौन)
2020 में नाजिया ने नीट की परीक्षा दी। नाजिया की प्रारंभिक शिक्षा नादौन उपमंडल की रंगस पंचायत की राजकीय प्राथमिक पाठशाला बन्न में हुई है। मेडिकल में 12वीं कक्षा तक पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मटाहनी से की और प्रथम स्थान हासिल किया।

हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर की दडूही पंचायत के गांव बुरनाड़ में माता नुसरत तथा पिता साहदीन के घर जन्मी नाजिया ने नीट की परीक्षा में देशभर में 47वीं रैंक हासिल की है। छात्रा ने चार फरवरी को एम्स बिलासपुर में एमबीबीएस में दाखिला लिया है। नाजिया अति निर्धन परिवार से संबंध रखती हैं।

पिता साहदीन पिछले कई वर्षों से दूध बेचने का काम करते हैं। माता गृहिणी हैं। नाजिया छह बहनों में से सबसे बड़ी हैं। घर की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाती हैं। नाजिया की प्रारंभिक शिक्षा नादौन उपमंडल की रंगस पंचायत की राजकीय प्राथमिक पाठशाला बन्न में हुई है। मेडिकल में 12वीं कक्षा तक पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मटाहनी से की और प्रथम स्थान हासिल किया।

2020 में नाजिया ने नीट की परीक्षा दी। उसमें बीएएमएस की पढ़ाई के लिए राजकीय आयुर्वेदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय पपरोला के लिए नंबर आया। बीएएमएस की पढ़ाई के साथ नाजिया ने नीट की तैयारी जारी रखी। 2021 में नीट की परीक्षा में देश में 47वां रैंक हासिल किया। नाजिया ने प्रदेश स्तर पर अन्य पिछड़ा वर्ग में पांचवां स्थान हासिल किया है।

उन्होंने चार फरवरी को एम्स बिलासपुर में दाखिला ले लिया है। नाजिया ने कहा कि बीएएमएस की पढ़ाई बीच में छोड़ने का दुख है, लेकिन एमबीबीएस में दाखिला मिलने का सुकून भी है। नाजिया ने इसका श्रेय गुरुओं, माता-पिता को दिया है। ऑल इंडिया गुर्जर महासभा तथा हिमाचल प्रदेश मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी और सभी इलाका वासियों ने नाजिया को शुभकामनाएं दी हैं।

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