तीन अस्पतालों की ओपीडी बंद, कार्यालयों में स्टाफ घटाकर 50 फीसदी करने के निर्देश

 शिमला
आईजीएमसी शिमला
हिमाचल में कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव मामले आने के बाद जयराम सरकार और सख्त हो गई है। सरकार ने अगले आदेश तक आईजीएमसी, टांडा और नेरचौक मेडिकल कॉलेज की ओपीडी बंद करने का फैसला लिया है। इन तीनों अस्पतालों में कोरोना के मरीज रखे जाने हैं और साथ ही यहां पर टेस्ट फैसिलिटी है, ऐसे में स्टाफ पर दबाव कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सभी सरकारी व निजी कार्यालयों, उद्योगों व फैक्ट्रियों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी स्टाफ घटाकर 50 फीसदी करने के निर्देश दिए हैं।

14 दिन तक निगरानी पर रहेंगे दूसरे राज्यों से आने वाले हिमाचली
कांगड़ा जिले में विदेश से आए जिन दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उनके संपर्क में दिल्ली से हिमाचल तक 50 लोग आए थे। सरकार ने इसकी मैपिंग कर उन्हें 14 दिन घर में रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उनका स्वास्थ्य विभाग की टीमों से सीधा संपर्क करा दिया गया है। यदि किसी की तबीयत खराब होती है या फिर उसमें कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसका टेस्ट कराया जाएगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सरकार ने फैसला लिया है कि प्रदेश के बाहर से जो भी हिमाचली आ रहे हैं, उन्हें भी 14 दिन तक घरों में रहने को कहा गया है। ऐसे लोग घर में रहें, इसे सुनिश्चित करने के लिए अब ग्राम पंचायतों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद ली जाएगी। बताया कि शनिवार को 12 नए केस टेस्ट किए गए और सभी निगेटिव पाए गए थे। आज तक 1030 केस सर्विलांस में रखे गए। उनमें 387 ने 28 दिन का निगरानी का समय पूरा कर लिया। 515 अब भी सर्विलांस में हैं।

जरूरत के अनुसार वितरित कर रहे पूरी बॉडी के कवर

धीमान ने कहा कि सामान्य समय में चीन से डॉक्टरों को पूरी तरह कवर करने वाली किट (पीपीई) आती थी, लेकिन अभी कुछ कमी आई थी। सरकार व केंद्र के मंजूरी देने के बाद उनका उत्पादन प्रदेश में शुरू हो गया है।

एक हजार किट पहुंच गई हैं, जिन्हें जरूरत के अनुसार मुहैया कराया जा रहा है। यह किट सिर्फ लक्षण वाले और पुष्ट मरीजों का इलाज करने वाले डाक्टरों के लिए जरूरी है।

मास्क के लिए परेशान न हों लोग

एसीएस ने कहा कि आम लोगों को मास्क के लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को फ्लू या खांसी-जुकाम है तो वह मास्क पहन ले। बाकी स्वस्थ लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है।

कहा कि मास्क दस रुपये और सैनेटाइजर की 200 मिलीलीटर की बोतल सौ रुपये से ज्यादा की न बिकना सुनिश्चित करें। मास्क और सैनेटाइजर की कालाबाजारी न होना सुनिश्चित कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देकर छापा मारने के लिए कहा गया है।

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