तांदी से जम्मू बॉर्डर तक डबललेन होगी 140 किमी सड़क

तांदी से जम्मू बॉर्डर तक डबललेन होगी 140 किमी सड़क

उदयपुर (लाहौल-स्पीति)
सड़क तांदी जीरो प्वाइंट से हिमाचल को जम्मू और दूसरी ओर सरचू तथा मनाली को भी जोड़ती है। अभी तांदी-उदयपुर-किलाड़ होते हुए हिमाचल की सीमा संसारीनाला तक सड़क वनवे है और तांदी से आगे किलाड़ की तरफ मार्ग संकरा और जोखिम भरा है। सड़क डबललेन बनने से कश्मीर जाने वाले सैलानी हिमाचल की खूबसूरत वादियां निहारने आ सकेंगे।
लाहौल के तांदी से जम्मू बॉर्डर तक डबललेन

हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्थित तांदी से जम्मू बॉर्डर तक 140 किलोमीटर लंबी सड़क को डबललेन करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हिमाचल से जम्मू-कश्मीर बॉर्डर तक यह पहली डबललेन सड़क बनेगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के उच्चाधिकारियों ने इसकी तमाम जानकारी केंद्र सरकार को पत्राचार के माध्यम से दे दी है। बीआरओ के चीफ इंजीनियर ने भी कई बार सड़क का निरीक्षण किया है। अब तांदी-संसारीनाला सड़क डबललेन बनाने के लिए केंद्र सरकार को इसकी रिपोर्ट भेज दी है। बता दें कि यह सड़क तांदी जीरो प्वाइंट से हिमाचल को जम्मू और दूसरी ओर सरचू तथा मनाली को भी जोड़ती है। अभी तांदी-उदयपुर-किलाड़ होते हुए हिमाचल की सीमा संसारीनाला तक सड़क वनवे है और तांदी से आगे किलाड़ की तरफ मार्ग संकरा और जोखिम भरा है। सड़क डबललेन बनने से कश्मीर जाने वाले सैलानी हिमाचल की खूबसूरत वादियां निहारने आ सकेंगे।

साथ ही इस मार्ग से दूसरी तरफ हिमाचल सीमा सरचू होते हुए लेह-लद्दाख और तांदी से मनाली की ओर भी आवाजाही कर सकेंगे। पर्यटन और सैन्य दृष्टि से इस मार्ग को अहम माना जा रहा है। अटल टनल रोहतांग बनने से पूर्व सर्दी में रोहतांग दर्रा बंद होने के दौरान लाहौल, पांगी घाटी के लोग इसी सड़क से होते हुए आवाजाही करते थे। इस सड़क में बीआरओ ने पांगी घाटी में 86 किमी से 96 किमी तक सड़क डबललेन कर दी है। संगठन के अधिकारियों ने बताया कि 70 से 80 किमी तक डबललेन कार्य मई में शुरू होगा। थिरोट से उदयपुर के बीच भी सड़क डबललेन बना दी गई है। अब 140 में करीब 95 किमी सड़क डबललेन बनाने का कार्य शेष है। बीआरओ के ओसी मेजर दीपक भगत ने बताया कि तांदी-संसारीनाला सड़क को डबललेन बनाने के लिए उनके अधिकारियों ने केंद्र सरकार को पहले ही पत्र लिखा है।

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