जड़ी बूटी नर्सरी विकास का प्रशिक्षण शुरू

चंपावत। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) की ओर से सिन्याड़ी ग्राम पंचायत में जड़ी-बूटी की खेती और नर्सरी प्रबंधन पर कौशल विकास प्रशिक्षण शुरू हो गया है। जिला भेषज विकास इकाई के जिला समन्वयक राकेश वर्मा ने स्थानीय जलवायु में उत्पादित की जाने वाली जड़ी-बूटी और औषधि प्रजाति के पौधों के संबंध में जानकारी दी। उन्हाेंने यहां की जलवायु को सतावर की खेती के लिए अनुकूल बताते हुए इसे वैज्ञानिक तरीके से करने पर जोर दिया। बताया कि सतावर रतौंधी से लेकर अनिद्रा में लाभकारी है।
इससे पूर्व ग्राम पंचायत भवन में आयोजित प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन जिला उद्योग केंद्र के सहायक महाप्रबंधक जीबी जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने परंपरागत खेती के स्थान पर जड़ी-बूटी की खेती को आर्थिक मजबूती के लिए फायदेमंद बताया।
बताया गया कि भेषज विकास विभाग की ओर से जड़ी-बूटी कृषिकरण के लिए काश्तकारों को निशुल्क पौध उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रकाश जोशी के संचालन में हुए कार्यक्रम में आरसेटी के निदेशक आरएस रावत, नाथ सिंह, रमेश लाल आदि ने भी विचार रखे। छह दिनों तक चलने वाले शिविर में क्षेत्र के चयनित काश्तकारों को जड़ी-बूटी की खेती के आधुनिक तरीकों की जानकारी दी जाएगी।

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