घोटाले में कंपनी कर्मी गिरफ्तारी

केलांग। फर्जी कागजातों के आधार पर किसानों को फव्वारा सिंचाई उपकरण आवंटित करने के मामले में स्टेट विजिलेंस ने कंपनी के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। मंडी से गिरफ्तार इस कर्मचारी को विजिलेंस ने कोर्ट में पेश किया। यहां से आरोपी को सात जनवरी तक पुलिस रिमांड में भेजा है।
कृषि विभाग के जरिये जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर सिंचाई के लिए फव्वारा सिंचाई उपकरण उपलब्ध करवाए गए थे। कृषि विभाग ने एक निजी फर्म के माध्यम से किसानों को यह उपकरण आवंटित किए थे। लेकिन इस बीच विभाग और कंपनी के कुछ कर्मियों की मिलीभगत के चलते सब्सिडी की रकम हड़पने की शिकायत विभाग से किसी ने कर दी। इसमें आरोप लगे थे कि फर्जी कागजों के जरिये सब्सिडी की रकम हड़पी गई है। शिकायत के बाद पर विजिलेंस ने इस मामले को लेकर केलांग थाना में तत्कालीन कृषि अधिकारी, एक तकनीकी कर्मी और दो किसानों के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। बाद में कोर्ट ने चारों को जमानत पर रिहा करने के आदेश जारी किए। अब ताजा घटनाक्रम में विजिलेंस ने शुक्रवार को कंपनी के मंडी कार्यालय में तैनात कर्मी हितेश को गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने हितेश को 7 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। इंस्पेक्टर की प्रेम ठाकुर ने बताया कि मुख्य आरोपी उत्तर प्रदेश का है। विजिलेंस के नार्थ जोन मंडी में तैनात एसपी वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी की धरपकड़ को भी विजिलेंस की एक टीम जल्द यूपी रवाना होगी। कहा कि जांच सही दिशा में बढ़ रही है।

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