जालंधर। एक एएसआई ने रविवार देर रात को सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। एएसआई की पत्नी के बयान पर एसीपी नार्थ सुखजिंदर सिंह व दो अन्य लोगों पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। मृतक एएसआई स्वर्ण सिंह एसीपी सुखजिंदर सिंह की सुरक्षा में ही तैनात था और उसके समक्ष गोली मारकर खुद को मौत के घाट उतार लिया। पत्नी रंजीत कौर ने कहा कि रात को उनके पति एएसआई स्वर्ण सिंह ने वीडियो भी भेजे थी जिसमें वह कुछ अधिकारियों के साथ बहस कर रहे थे, लेकिन वीडियो भेजने के पंद्रह मिनट बाद ही उनकी मौत की खबर आ गई।
एएसआई स्वर्ण सिंह की पत्नी रंजीत कौर ने कहा कि उनके पति पहले भी उन्हें बताते रहे हैं कि उनके अधिकारी एसीपी सुखजिंदर सिंह उन्हें परेशान करते हैं और उनकी अपने अधिकारियों के साथ बहसबाजी होती रहती है। रणजीत कौर ने कहा कि उनके पति ने 12 बजकर 23 मिनट पर बहसबाजी की वीडियो अपनी बेटी को कनाडा भेजी थी। रंजीत कौर ने कहा जब यह वीडियो आई तो उनके पति द्वारा बनाई गई इस वीडियो में उनके पति दूसरे लोगों को बोल रहे थे कि शराब मत पियो। इस दौरान एसीपी नार्थ सुखजिंदर सिंह भी इस वीडियो में खड़े नजर आ रहे थे 12:23 के बाद क्या हुआ उसके बारे में जानकारी नहीं है।
मरने से पहले यह वीडियो उन्होंने अपने बेटे-बेटियों सहित उन्हें भी भेजी थी। वीडियो से पता चला कि दो व्यक्ति राजीव अग्रवाल लाला पुत्र सुभाष चंद्र निवासी लक्षमीपुरा व गुरइकबाल सिंह पुत्र रणजीत सिंह निवासी संतोखपुरा उसके पति के साथ बहस रहे हैं और उसको परेशान कर रहे हैं।
वीडियो देखने के बाद जब करीब पंद्रह मिनट बाद उन्हें फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद लगातार कई बार फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। बाद में उन्होंने उनके पति के साथ नौकरी करने वाले एएसआई सुच्चा सिंह फोन किया, लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। फिर जब दोबारा पति के फोन पर घंटी की तो आगे से एसीपी नार्थ सुखजिंदर सिंह ने फोन उठाया। उन्होंने कहा कि स्वर्ण सिंह ने अपने आप को गोली मार ली है और वह मर गया है। साथ ही फोन काट दिया। उसके बाद फिर से फोन उठाना बंद कर दिया।
रंजीत कौर ने बताया कि वह अपने बेटे को साथ लेकर गांव शेखे से गढ़ा में पहुंची, लेकिन पुलिस वालों ने उन्हें पति का शव तक देखने नहीं दिया। उठाकर सीधे अस्पताल में ले गए। वहां पर भी शव नहीं देखने दे रहे हैं। रंजीत कौर ने आरोप लगाया कि पुलिस तथ्यों को मिटाना चाहती है और कुछ बातों को छुपाना चाहती है इसलिए शव नहीं देखने दे रही। एसीपी माडल टाउन गुरप्रीत सिंह का कहना है कि पुलिस ने एसीपी सुखजिंदर सिंह, राजीव अग्रवाल लाला व गुरइकबाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।