कोटगढ़ को उप तहसील बनाने का मामला गर्माया

कुमारसैन (शिमला)। कोटगढ़ को उप तहसील का दर्जा देने की लंबे समय से चली आ रही मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है। लोगों का कहना है प्रदेश की किसी भी सरकार ने उनकी मांग को नहीं सुना। इसके चलते लोगों को तहसील संबंधित किसी भी काम को करवाने के लिए कुमारसैन जाना पड़ता है। हालांकि, पूर्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में यहां उप तहसील के लिए भवन निर्माण का काम शुरू भी किया गया था लेकिन मात्र चार पिल्लर खड़े करने के बाद काम को बंद कर दिया गया था।
लोगों का कहना है उन्हें अपनी तहसील से संबंधित कार्य के लिए यहां से करीब 35 किलोमीटर दूर कुमारसैन जाना पड़ता है। इस कारण कुमारसैन जाने वाले व्यक्ति का पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। कई बार किसी कारणवश तहसील से संबंधित कार्य न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। यंग स्पोर्ट्स क्लब के प्रधान कैलाश, दलान निवासी सुमन सरकैक, मैलन निवासी संजीव, भुट्टी निवासी संजीव गरोल का कहना है कि कोटगढ़ को उप तहसील का दर्जा दिया जाता है तो यहां की 12 पंचायतों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। यही नहीं यहां के स्थानीय व्यापारियों की आय में भी इजाफा होगा। लोगों का कहना है कि चुनाव के समय हर नेता और दल कोटगढ़ को उप तहसील का दर्जा देने के मुद्दे को लेकर चुनाव प्रचार करते हैं। चुनाव जीतने के बाद यहां के लोगों को झूठे आश्वासन ही हाथ लगते हैं। क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश सरकार, क्षेत्र की विधायक विद्या स्टोक्स से मांग की है कि कोटगढ़ को उप तहसील का दर्जा दिया जाए।

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