किन्नौर में पटरी से उतरा जन जीवन

सांगला(किन्नौर)। जिले में मंगलवार को भी बर्फबारी जारी रही है। मंगलवार दोपहर तक करीब 150 सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है। किन्नौर के निचलते क्षेत्रों में दो दिनों से लगातार भारी बारिश के जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर चुका है। बर्फबारी और बारिश के चलते जिले में लोग बिजली और पानी की सुविधा से भी पूर्ण रूप से वंचित है।
मिली जानकारी के अनुसार कल्पा में करीब 150 सेंटीमीटर, सांगला में 90 सेंटीमीटर, छितकुल में 120 सेंटीमीटर, नाको में 90 सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है। अभी भी क्षेत्र में बर्फबारी जारी है। बर्फबारी और बारिश के चलते किन्नौर के 55 ग्रामीण रूटों पर पूर्ण रूप से बस सेवा बंद रही। एनएच-22 भी टापरी से आगे पूरी तरह से बंद रहा।
पथ परिवहन के अड्डा प्रभारी वीरचंद राय ने कहा कि बर्फ भारी के चलते मंगलवार को निगम की भबानगर-रामपुर, रिकांगपिओ शिमला और रिकांगपिओ-दिल्ली तीन रूटों पर टापरी से आगे बस भेजी गई। इसके अलावा किसी भी ग्रामीण और अन्य रूटों पर बस सेवा नहीं भेजी गई है।
वहीं जिला में बर्फबारी के चलते लोगों को बिजली और पानी की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। इसके चलते लोगों को अंधेरे में राते काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। बिजली बोर्ड रिकांगपिओ के एक्सईएन अनिल महाजन ने कहा कि टापरी के पास बिजली की लाइनों में आई खामी के कारण परेशानी आ रही है। इसे ठीक करने के लिए 40 लोगों को लगाया गया है। सीमा सड़क संगठन के ओसी एचआर वनराज ने बताया कि नेशनल हाइवे सात मशीनों सहित सहित 60 मजदूरों को काम लगाया गया है। मौसम साफ होते ही और मजदूरों को भी बर्फ हटाने के काम में लगा दिया जाएंगे।

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