रिकांगपिओ (किन्नौर)। 17 और 18 जनवारी को किन्नौर घाटी में हुई भारी बर्फबारी के बाद जनजातीय क्षेत्र में जनजीवन अब तक पटरी पर नहीं लौट पाया है। अब भी किन्नौर के क ई सड़क मार्ग बंद होने के साथ-साथ बिजली और पानी की सुविधा से भी लोग महरूम हैं। आलम यह है कि जिला मुख्यालय रिकांगपिओ तक के कई क्षेत्राें में आईपीएच विभाग के नलों में दो सप्ताह से पानी नहीं आ रहा है। यही हाल जिला के सांगला, टापरी, भावानगर, पूह आदि क्षेत्रों का भी है। इधर, मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में क्षेत्र में भारी बर्फबारी की संभावना है। इसके अलावा क्षेत्र के लोगों के सामने सब से बड़ी परेशानी यह भी बनी हुई है कि छह फरवरी से स्कूल खुलने के बाद बच्चे कैसे स्कूल पहुंचे पाएंगे। इसकी चिंता को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने उपायुक्त किन्नौर से मिल कर आगामी 15 फरवारी तक स्कूलाें को बंद रखने की मांग की है। पंचायत प्रधान पूह सुशील साना, पंचायत प्रधान किल्लबा दौलत नेगी, रकच्छम प्रधान टिकम नेगी सहित कई लोगाें ने बताया कि पूह, निचार सहित कल्पा खंडों के ऊंचाई वाले क्षेत्राें में गत दिनाें भारी बर्फबारी के कारण अब तक न तो मार्गों पर वाहन चल पा रहे हैं और न ही बिजली और पानी की सुविधाएं पूरी तरह बहाल हो पाई हैं। ऐसे में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन जन प्रतिनिधियाें ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि किन्नौर की वर्तमान परिस्थितियाें को देखते हुए आगामी 15 फरवरी तक जिला के सभी सरकारी और निजी स्कूलाें को बंद रखा जाए।
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