तीसा (चंबा)। हरतवास पंचायत के दरसा गांव में उद्यान विभाग का बीओ कार्यालय बंद होने से करीब छह पंचायतों के बागवानों को परेशानी हो रही है। दरसा गांव में वर्ष 2000 में उद्यान विभाग का कार्यालय खोला गया था, परंतु यह कार्यालय दो साल बाद ही बंद कर दिया गया। इसके चलते पिछले 12 सालों से यहां ताला लटका हुआ है। इस कार्यालय में देग्रा, शलेला बाड़ी, झज्जाकोठी, थनेईकोठी, कुठेड बढ़ैाडा हरतवास व सेई कोठी पंचायत के बागवानों को जानकारी व सुविधाएं मिलती थीं। कार्यालय बंद होने के कारण बागवानों व किसानों को लगभग 40 किमी की दूरी तय करके भंजराड़ू जाना पड़ रहा है। स्थानीय किसानों नेगी राम, बालक राम, पारख राम, लाल चंद, नारायण सिंह, चमन सिंह, देवी सिंह व कर्र्म चंद का कहना है कि दरसा गांव में उद्यान विभाग का कार्यालय बंद होने के कारण किसानों को बीज, औजार व कीटनाशक दवाइयां लेने के लिए भंजराड़ू जाना पड़ रहा है। इससे किसानों को समय के साथ अतिरिक्त पैसा भी खर्च करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि दरसा गांव में जल्द से जल्द उद्यान विभाग का कार्यालय खोला जाए। इससे किसानों को खेती से संबंधित औजारों व अन्य वस्तुओं की जानकारी के लिए 40 किमी दूर भंजराड़ू नहीं जाना पड़ेगा। विभाग के एचडीओ अलयक्ष पठानिया ने बताया कि दरसा गांव में कार्यालय खोलने के लिए हर महीने उच्च अधिकारियों को प्रपोजल भेजी जाती है। उन्होंने माना कि दरसा गांव में बने उद्यान कार्यालय का भवन खंडर बन चुका है। जैसे ही उच्च कार्यालय से आदेश जारी होंगे, तो दरसां गांव में उद्यान कार्यालय का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
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