ऐतिहासिक धरोहर बनेंगे प्राचीन मंदिर

चंबा। जिले के प्राचीन मंदिरों को पुरातत्व विभाग अपने अधीन लेने की योजना बना रहा है। मंदिरों की पहचान के लिए पहले इनके बारे में सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके बाद इन्हें ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा दिया जाएगा। यह प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। विभाग पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद ही मंदिरों को अपने अधीन लेने के प्रक्रिया शुरू करेगा।
यही नहीं ग्रामीणों की सहमति का भी ख्याल रखा जाएगा। अगर पंचायत तथा ग्रामीण चाहेंगे, तभी प्राचीन मंदिरों को ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा दिया जा सकेगा। मौजूदा समय में जिले में 13 के करीब मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन आते हैं। इसमें आठ मंदिर जिला मुख्यालय में स्थित हैं। इसमें लक्ष्मीनारायण मंदिर, बंसी गोपाल, सीता राम मंदिर, चंपावती, हरीराय, ब्रजेश्वरी माता मंदिर, चामुंडा देवी और चरपटनाथ मंदिर शामिल हैं।
इसके अलावा भरमौर में पुरातत्व विभाग के अधीन चौरासी परिसर में विद्यमान चार मंदिर आते हैं। छतराड़ी स्थित शक्तिदेवी मंदिर को भी ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा प्राप्त है। जिले में ऐसे कई मंदिर हैं जिनका ऐतिहासिक महत्व हैं। पुरात्व विभाग इन मंदिरों को अपने अधीन करने की तैयारी कर रहा है। पुरातत्व विभाग के जिला प्रभारी एसके मेहता ने बताया कि जिन मंदिरों का ऐतिहासिक महत्व होगा विभाग उन मंदिरों को अपने अधीन लेने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके लिए विभाग की ओर से प्राचीन मंदिरों का सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके बाद स्थानीय लोगों की आपसी सहमति के बाद उन मंदिरों को ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा प्रदान किया जाएगा।

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