एमसी से मंजूर नक्शों की फाइल विजिलेंस मेें तलब

शिमला। नगर निगम से स्वीकृत नक्शों की फाइलें विजिलेंस ब्यूरो ने तलब की हैं। नक्शों को दरकिनार कर शहर में भवन निर्माण करने के मामलों की शिकायत मिलने पर फाइलों को खंगाला जा रहा है। कसुम्पटी और भराड़ी में हुए भवन निर्माण संदेह के घेरे में हैं। नगर निगम के कुछ अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाए गए हैं।
नक्शे के मुताबिक निर्माण नहीं करने वालों पर नगर निगम ने क्या कार्रवाई की है, इस संदर्भ में मंगलवार को निगम के वास्तुकार एवं योजनाकार राजीव शर्मा ने विजिलेंस में रिकार्ड दिखाया है। इसके अलावा निगम के लॉ आफिसर से भी विजिलेंस इन मामलों को लेकर चर्चा कर चुका है। सूत्रों की मानें तो कसुम्पटी और भराड़ी में नियमों को दरकिनार कर निर्माण करने की विजिलेंस में शिकायत की गई है। शिकायत में निगम के कुछ अफसरों पर सब कुछ जानते हुए अंजान बनने का आरोप है। अनाधिकृत निर्माण सहित बेसमेंट को बिना अनुमति खोले जाने की शिकायत विजिलेंस से की गई है। नगर निगम आयुक्त अमरजीत सिंह ने विजिलेंस को फाइलें दिखाए जाने की पुष्टि की है।

एसयूसी पहले ही संदेह के घेरे में
शहर में नक्शों को स्वीकृत करने वाली एमसी की सिंगल अंब्रेला कमेटी (एसयूसी) पहले ही संदेह के घेरे में है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार निगम आयुक्त ने कमेटी के फैसलों की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। कमेटी पर 18 दिसंबर 2012 को नियमों को दरकिनार कर कुछ नक्शों को पास करने का आरोप है।

एक और स्वीकृत नक्शे पर सवाल
भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई सिंगल अंब्रेला कमेटी की अंतिम बैठक में स्वीकृत हुए एक और नक्शे पर सवाल उठ गया है। विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने से दो दिन पूर्व 18 दिसंबर को हुई इस बैठक में पास हुए नक्शे की शिकायत महापौर संजय चौहान से की गई है।

पास होने आए नक्शों की पेंडेंसी बढ़ी
एसयूसी पर छाए विवादों के बादल के चलते जनवरी और फरवरी में नगर निगम में एक भी नया नक्शा स्वीकृत नहीं हुआ है। पुराने मामलों की जांच पर सरकार द्वारा अभी तक फैसला नहीं लेने के चलते निगम अधिकारी बैठक करने से गुरेज कर रहे हैं। एपी शाखा में करीब सौ नक्शे पहुंचे हैं।

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