सांगला/रिकांगपिओ (किन्नौर)। घाटी में पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी के बाद नेशनल हाइवे-22 पर यातायात बहाल करना सीमा सड़क संगठन और लोनिवि के लिए आफत बन गया है। आलम यह है कि चौरा से वांगतू तक 30 किमी रास्ते में दस स्थानों पर भूस्खलन और हिमखंड आने से मार्ग बंद पड़ा है। हालांकि, किन्नौर में यातायात बहाल करने के लिए कई जगह तीन सौ से अधिक मजदूर लगा रखे हैं। जबकि, तेरह से अधिक मशीनों को तैनात किया गया है।
एनएच के कनिष्ठ अभियंता मोहन मेहता ने कहा कि सड़क को बहाल करने के लिए पांच मशीनों सहित मजदूर तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पौवारी से वांगतू तक एनएच-22 को जल्द बहाल कर दिया जाएगा। इधर, सीमा सड़क संगठन के ओसी एचआर वनराज ने कहा कि नेशनल हाइवे पर चार मशीनों सहित डेढ़ मजदूर तैनात किए गए हैं। जबकि, पौवारी से पूह तक सड़क बहाल करने के लिए तीन मशीनें लगाई गई हैं। पत्थर गिरने से पौवारी के पास मजदूर काम नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि, इस स्थान पर एक मशीन सहित करीब 70 मजदूर लगाए गए हैं। पूह खंड के पूह में दो, स्पीलो में दो, आकपा और जंगी के पास एक, डुबलिंग से पूह तक एक मशीन और सौ मजदूरों को काम पर लगाया गया है। लोनिवि ने भी रिकांपिओ से कल्पा और इसके अतिरिक्त कानम स्पीलो, जंगी और रोपावैली के सड़कों को खोलने के लिए आठ मशीनों के साथ करीब तीन सौ मजदूरों को लगा रखा है। लोनिवि के एक्सईएन कल्पा एसपी नेगी ने कहा की कि निचार खंड के निचार, काफ नू, वांगतू, बरी, छोटा कंबा सहित विभिन्न ग्रामीण सड़कों को बहाल करने के लिए मशीनें और मजदूर तैनात किए गए हैं।