बद्दी (सोलन)। 19 सूत्रीय मांगों के समर्थन में अखिल भारतीय ईएसआईसी कर्मचारी महासंघ की प्रदेश इकाई ने बुधवार को प्रदर्शन किया। आंदोलित कर्मचारियों ने दोपहर भोजन अवकाश के दौरान कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो आंदोलन को तेज कर दिया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। कर्मियों का यह प्रदर्शन 21 फरवरी तक चलेगा।
विदित हो कि ईएसआईसी कर्मचारी महासंघ अपनी 19 सूत्रीय मांगो को लेकर पिछले लंबे समय से आंदोलन पर है। कर्मियों ने 10 अक्तूबर 2012 को महानिदेशक तथा 16 जनवरी को क्षेत्रीय निदेशक को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा था। इसके बावजूद भी प्रबंधन ने कर्मचारियों की मांगाें पर कोई सुनवाई नहीं की। कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष बिहारी लाल और उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि 28 से दो मार्च तक पुणे में चलने वाले अधिवेशन के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। हिमाचल से भी इस अधिवेशन में कर्मचारी भाग लेंगे। इस मौके पर सचिव मस्तराम, उपप्रधान आलोक रंजन, संयुक्त सचिव राजेश शर्मा, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर, कार्यकारी सदस्य प्रदीप शर्मा, मनोज तंवर, सुमित चब्बा, अमरेंद्र कुमार, सुरजभान, नीना कश्यप, संध्या आजाद, उमेश मीणा आदि उपस्थित रहे।
मुख्य मांगें
ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों को आवासीय सुविधा
सेवा की गणना के बाद एसीपी योजना के तहत को लाभ।
कर्मचारियों को विशेष भत्ता प्रदान किया जाए।
ईएसआई चिकित्सालयों में दवाइयां 24 घंटे उपलब्ध रहें।
सभी कर्मचारियों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जाए।
स्टाफ क्वार्टरों का निर्माण तथा नवीनीकरण किया जाए।
अस्पताल में तैनात कर्मियों को मरीज देखभाल भत्ता मिले।
ईएसआईसी कार्यालय में कैंटीन क ी सुविधा उपलब्ध हो।
पेंशनरों के लिए कैश लैस उपचार सुविधा का सरलीकरण।
भर्ती में 25 फीसदी पद विभागीय परीक्षा कोटे से रखे जाएं।
पेंशनभोगियों के लिए मुख्यालय पर शिकायत निवारण सैल।
सेवानिवृत्त व्यक्तियों को दोबारा काम पर लगाने पर रोक।
पदोन्नति के लिए नियमों में संशोधन किया जाए।