इसरो 2021 में मानवरहित अंतरिक्ष मिशन सहित 14 मिशन लॉन्च करेगा

इसरो 2021 में मानवरहित अंतरिक्ष मिशन सहित 14 मिशन लॉन्च करेगा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 2021 में 14 मिशन लॉन्च करेगा, जिसमें इस साल के अंत में स्पेस एजेंसी का पहला मानवरहित मिशन भी शामिल है। इसरो के चेयरमैन के सिवन ने रविवार को ब्राजील के अमेजोनिया-1 समेत 19 सैटेलाइट की सफल लॉन्चिंग के बाद वैज्ञानिकों को संबोधित किया।

सिवन ने कहा, इस साल हम काफी व्यस्त रहने वाले हैं। हमारे हाथ पूरी तरह भरे हैं। हम करीब 14 मिशन इस साल लॉन्च करेंगे। इनमें से सात लॉन्च व्हीकल मिशन, जबकि छह सैटेलाइट मिशन होंगे। इसके साथ ही साल के अंत में हम पहला मानवरहित मिशन भेजेंगे। यह हमारा लक्ष्य है और वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं। 

इसरो गगनयान मिशन से पहले दो मानवरहित अंतरिक्ष मिशन भेजने की योजना बना रहा है। गगनयान मिशन के तहत तीन भारतीय को 2022 तक अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसके लिए चार टेस्ट पायलट का चयन किया गया है और उनकी रूस में ट्रेनिंग चल रही है।

सिवन ने भरोसा जताया कि उनकी टीम इस साल अपने सभी लक्ष्यों को हासिल करेगी। अपने संबोधन के अंत में इसरो प्रमुख ने कहा, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर संगठन के सभी केंद्रों पर न्यू नॉर्मल लागू किए गए हैं। चूंकि हम अभी कोरोना महामारी से उबर नहीं पाए हैं, लिहाजा मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कर्मचारियों की सुरक्षा से समझौता किए बिना हम अपने काम को अंजाम दें।

सतीश धवन स्पेस सेंटर पर कोविड-19 के मद्देनजर मीडिया का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था। साथ ही रॉकेट लॉन्चिंग दर्शकदीर्घा को भी बंद रखा गया था। लॉन्च का लाइव प्रसारण दूरदर्शन के अलावा इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर किया गया। 

छात्रों के बनाए सैटेलाइट देंगे युवाओं के सपनों को पंख 
सतीश धवन स्पेस सेंटर ने रविवार को पीएसएलवी-सी51 से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किए गए सैटेलाइट में से चार का निर्माण छात्रों ने किया है। इसरो मुख्यालय की ओर से बताया गया, चेन्नई के स्पेस किड्ज इंडिया का सतीश धवन सैट एक नैनो सैटेलाइट है, जिसका उद्देश्य रेडिएशन स्तर, अंतरिक्ष के मौसम का अध्ययन करना और लंबी दूरी की संचार प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करना है।

इसके अलावा तीन सैटेलाइट (यूनिटीसैट) को जेप्पियार इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, श्रीपेरंबदूर (जेआईटीसैट), जी एच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर (जीएचआरसीईसैट) और श्रीशक्ति इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर (श्री शक्तिसैट) के बीच संयुक्त विकास के तहत डिजाइन और निर्मित किया गया है। यूनिटीसैट का उद्देश्य रेडियो रिले सेवाएं प्रदान करना है।

भारत और ब्राजील के मजबूत संबंधों की शुरुआत
हम कई वर्षों से सैटेलाइट पर काम कर रहे थे। यह ब्राजील के लिए काफी अहम मिशन है और ब्राजील सैटेलाइट उद्योग के नए युग की शुरुआत करेगा। इसे लॉन्च करने के लिए भारत से बेहतर स्थान नहीं हो सकता था। यह लॉन्चिंग भारत और ब्राजील के मजबूत संबंधों की शुरुआत है।
– मार्कोस सीजर पोंटेस, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री ब्राजील

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