आखिर कहां से मिल रहा प्रतिबंधित सल्फास?

बड़सर (हमीरपुर)। प्रदेश सरकार ने सल्फास की गोलियां बेचने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसके बावजूद लोगों को प्रतिबंधित सल्फास मिल रहा है। बड़सर क्षेत्र में सल्फास खाने से परिवार की एक साथ तीन मौतें हो चुकी हैं। ऐसे में सल्फास की गोलियां बेचने पर लगे प्रतिबंध पर सवाल उठ रहे हैं।
इसी सप्ताह उपमंडल के गांव रगड़ राजपूतां की महिला ने बच्चों के साथ सल्फास गोलियां खा ली थीं। महिला व दोनों बच्चों की मौत हो गई थी। दर्दनाक हादसे ने क्षेत्र के लोगों को झकझोर दिया है। क्षेत्र के लोगों संजय कुमार, विनोद कुमार, दिनेश कुमार, भूपेंद्र कुमार, अशोक कुमार, संतोष कुमार, राजकुमार, देशराज, राजीव कुमार और अजय कुमार का आरोप है कि सरकार ने सल्फास की गोलियां बेचने पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बावजूद विक्रय केंद्रों में सल्फास सरेआम बिक रहा है।
बड़सर उपमंडल क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन बीज विक्रय केंद्र हैं। कई दूसरी दुकानों के दुकानदारों को बीज व दवाइयां बेचते देखा गया है लेकिन विक्रय केंद्रों में जांच कम ही होती है। बीज की दुकानों में ऐसा जहर बेचने पर प्रतिबंध है। सरकार को जहर बेचने वाली दुकानों पर नजर रखनी चाहिए। स्थानीय लोगों सुरेश कुमार, रमेश कुमार, प्रेम कुमार, रमन कुमार, हरि चंद, राजकुमार, देवराज, सतीश कुमार और नीरज कुमार ने दुकानों में सल्फास बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। कृषि उप निदेशक डा. सोमराज कालिया ने बताया कि बड़सर क्षेत्र में कुल 6 दुकानें हैं। शिकायत मिलने पर दुकानदारों कार्रवाई की जाएगी।

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