
कुल्लू। ताजा हिमपात के बाद बिछी बर्फ की चादर के सिकुड़ने के साथ ही
तबाही की तस्वीर भी सामने आने लगी है। सप्ताह पूर्व 48 घंटे तक जारी रही बर्फबारी से जिला में करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इसमें सबसे अधिक आईपीएच विभाग को सवा दो करोड़ की चपत लगी है। लोनिवि को 1.33 करोड़ तथा विद्युत बोर्ड को एक करोड़ रुपये की क्षति उठानी पड़ी है।
आईपीएच को सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू खंड-एक, बाह्य सराज आनी – निरमंड तथा मनाली उपमंडल में आंका गया है। इन खंडों में विभाग की 29 पेयजल स्कीमें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश कमल शर्मा ने कहा कि भारी हिमपात से विभाग की योजनाओं को खासा नुकसान पहुंचा है। कई योजनाएं भारी बर्फ से टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस कारण अभी भी कई इलाकों में पेयजल सुविधा ठप पड़ी है।
लोनिवि को कुल्लू, मनाली तथा बंजार खंड में 80 लाख और बाह्य सराज आनी-निरमंड में 53 लाख की क्षति हुई है। भारी बर्फबारी से सड़कों पर मलबा गिरने तथा कुछ सड़कों पर डंगे धंसने से क्षति हुई है। इस कारण जिला में 64 सड़कें ठप रही। आनी खंड की 29 सड़कें भी इसमें शामिल हैं। अभी जिला में तीन दर्जन के करीब सड़कें बंद पड़ी हैं। इन मार्गों को बहाल करने में लोनिवि को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है।
लोनिवि के अधीक्षण अभियंता विजय कपूर ने इसकी पुष्टि की है। विद्युत बोर्ड को भी बर्फबारी ने करंट लगा दिया है। विभाग के सैकड़ों लकड़ी के पोल और तारों के टूटने से 50 से अधिक ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। नौ दिन बाद भी करीब दो दर्जन ट्रांसफार्मर बंद चल रहे हैं। घाटी में अभी भी सौ गांव अंधेरे की जद में है। विद्युत बोर्ड के अधीक्षण अभियंता प्रवेश ठाकुर ने कहा कि खंभों तथा तारों के टूटने से विभाग को एक करोड़ की चपत लगी है। एसई के मुताबिक बंजार, कुल्लू और मनाली मंडल में विभाग को 45 लाख का नुकसान हुआ है। इतना ही नुकसान बाह्य सराज के आनी-निरमंड में आंका गया है। अत्यधिक बर्फ पड़ने से प्रभावित क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बहाल करना विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है।