
चंबा। पूर्व मंत्री एवं प्रदेश काग्रेस के उपाध्यक्ष हर्ष महाजन पर शिमला शहरी कांग्रेस के आरोपों की उनके गृह क्षेत्र चंबा सदर में भी खासी चरचा रही। महाजन पर लगे आरापों पर चरचाओं के अलावा सभी ने चुप्पी साधे रखी। इस संबंध में ब्लाक कांग्रेस सहित कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे राज सिंह ठाकुर ने भी टिप्पणी करने से इनकार किया है। सभी इस मामले में खुद पहल करने के बजाय शिमला में चल रही बयानबाजी पर ही नजरें गढ़ाए हुए हैं।
ज्ञात रहे कि हर्ष महाजन के समर्थकों ने उन्हें चंबा में लाने के लिए हर प्रकार से जतन किए, मगर उनकी एक न चली। इस कारण अब उनका जोश भी ठंडा पड़ चुका है। वैसे भी अब हर कोई इस पचड़े में पड़ कर दूसरे गुट की नजरों में किरकिरी बनने के बजाय चुप्पी साधे रखने में ही भलाई मान रहा है। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले महाजन समर्थकों ने संकेत दे दिया था कि वे उनके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। वे कई बार अपने नेता को मनाकर चंबा लाने के लिए शिमला भी गए। उनके आने की अफवाहों पर पटाखे तक फोड़ते रहे, मगर जब अंत में हर्ष महाजन ने चंबा से टिकट तक के लिए अप्लाई नहीं किया तो उनका जोश जाता रहा। शायद यह पहला मौका है जब हर्ष महाजन के खिलाफ जारी बयान पर उनके समर्थकों ने नर्म रवैया अपनाए रखा हो।
उधर, इस मामले को उनके विरोधी भी ज्यादा तूल लेने से बच रहे हैं। पिछले दिनों ब्लाक कांग्रेस की बैठक में सिर्फ एक ही पदाधिकारी के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई करने को कहा गया है। यह पदाधिकारी युकां से संबंधित है। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जोगिंद्र शर्मा का कहना है कि हर्ष महाजन के बारे में जो कुछ कहा गया है, उस संबंध में उन्हें कुछ नहीं कहना है। बीसीसी ने सिर्फ एक पदाधिकारी पर ही कार्रवाई को लिखा है। इसके अलावा किसी से शिकायत नहीं है। वहीं कांग्रेस से बगावत करके चुनाव मैदान में उतरे राज सिंह ठाकुर ने कहा कि वह इस संबंध में कुछ नहीं कहना चाहते। यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। फिर भी शिमला से जो बात उठी है, उस पर वह नजरें बनाए हुए हैं। मौका आने पर माकूल जवाब दिया जाएगा।