
शिमला। कांग्रेस के स्थापना दिवस पर शिमला शहरी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप सिंह भुज्जा पर हरीश जनारथा समर्थकों ने हमला कर दिया। यह संगीन आरोप प्रदीप भुज्जा ने लगाया है। वारदात कांग्रेस कार्यालय की पार्किंग में अंजाम दी गई। प्रदीप भुज्जा ने आरोप लगाया है कि हरीश जनारथा के इशारे पर ही यह हमला हुआ। इससे पूर्व भी डीसीसी के सदस्य को डराया धमकाया गया है। हमले के तुरंत बाद इसकी लिखित शिकायत हिमाचल कांग्रेस प्रभारी बीरेंद्र चौधरी, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हर्ष महाजन को की गई है। वहीं, हरीश जनारथा ने आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए हमले को मनगढ़ंत बताया है।
प्रदीप भुज्जा ने कहा कि स्थापना दिवस पर वह कांग्रेस कार्यालय गए थे। करीब पौने एक बजे बैठक खत्म होने के बाद वह पार्किंग में पहुंचे। यहां वह पूर्व महापौर सोहन लाल, वेद प्रकाश, धर्मेंद्र चंदेल आदि के साथ बातचीत कर रहे थे। ठीक उसी वक्त हरीश जनारथा का एक समर्थक उनके पास आया और अकेले में कुछ बात करने का बहाना बनाकर उन्हें साइड में ले गया। उसके साथ तीन-चार लोग और भी थे। बातचीत के दौरान वह गाली-गलौज करने लगा। धक्का देकर मारपीट पर उतारू हो गया। इसी बीच पूर्व महापौर सोहन लाल और धर्मेंद्र चंदेल ने उन्हें हमलावरों के चुंगल से बचाया। हमले में उन्हें कोई चोट नहीं लगी है। आरोप लगाया कि यह सब शिमला शहर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे हरीश जनारथा के इशारे पर हुआ है। भविष्य में अगर उन पर कोई जानलेवा हमला होता है तो इसकी जिम्मेदारी जनारथा की होगी। इस तरह की हरकत करने पर हरीश के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग शहरी अध्यक्ष ने की है।
उधर, हरीश जनारथा ने कहा कि पहले तो इन लोगों ने उन्हें चुनाव हरवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। अब बेहूदा हरकतों पर उतर आए हैं। आउट आफ स्टेशन होने के कारण वह कांग्रेस के स्थापना दिवस पर नहीं आ पाए। ऐसे में शहरी कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष का यह आरोप कि उनके इशारे पर हमला हुआ है, बेबुनियाद है। उन्हें हमले की कोई जानकारी नहीं है। इस तरह के आरोप लगाकर शिमला शहरी कांग्रेस अध्यक्ष अपनी करनी को छुपाना चाह रहे हैं। आरोप लगाया कि अध्यक्ष होने के बावजूद इन लोगों ने शिमला शहर से कांग्रेस को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।