
ऊना। हाल ही में सत्ता की बागडोर संभालने वाली प्रदेश की नई सरकार की ओर से पीटीए शिक्षकों को नियमित करने की घोषणा पर शिक्षित बेरोजगारों ने कड़ा ऐतराज जताया है। इतना ही नहीं उन्होंने इसे मसले को अदालत तक ले जाने की बात कही है। नई सरकार के ऐलान पर शिक्षित बेरोजगार पूरी तरह उखड़ गए हैं। उन्होंने इसे सालों से नौकरी की आस लगाए बैठे शिक्षित बेरोजगारों के साथ धोखा करार दिया है। जिसे उन्होंने हर हाल में अदालत में चुनौती देने का फैसला ले लिया है।
शिक्षित बेरोजगारों में विपिन शर्मा, राजेश कुमार, पंकज कुमार, मीना रानी, नीरज कुमार, नरेंद्र शर्मा आदि ने कहा है कि लाखों खर्च कर उच्च शिक्षा प्राप्त किए बेरोजगारों में नौकरी न मिलने से तनाव की स्थिति बढ़ती जा रही है। उनकी पढ़ाई के लिए कर्ज के बोझ तले दबे अभिभावकों में भी तनाव है। नौकरी के लिए लगभग सभी शर्तों को पूरा करने के बावजूद वह नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बिना किसी परीक्षा को पास कर स्कूलों में नौकरी पाने वाले पीटीए शिक्षकों को सरकार नियमित करने जा रही है। जिसे लेकर बेरोजगारों में क्षोभ बढ़ रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस निर्णय को तुरंत निरस्त कर वर्तमान में निर्धारित सभी मानकों को पूरा करने वालों को ही नौकरी दी जानी चाहिए अन्यथा बेरोजगार सड़कों पर तो उतरेंगे ही, साथ इस मामले को कोर्ट में भी चुनौती दी जाएगी।