
मनाली। शिरघन नाग के मंदिर में चोरी करते रंगे हाथ पकड़े गए आरोपी का मुंह पुलिस अभी तक नहीं खुलवा पाई है। हालांकि माना यह भी जा रहा है कि यह पुलिस जांच की रणनीति का भी एक हिस्सा हो सकता है। पुलिस नहीं चाहती हो कि जब तक पुख्ता सुबूत हाथ नहीं आ जाते तब तक आरोपी के उगले राज को राज ही रहने दो। गौरतलब है कि जिला के कई मंदिरों से चोर करोड़ों रुपये बटोर चुके हैं। शिरघन नाग मंदिर से ही पूर्व में करीब पैंतीस लाख की चोरी हुई थी। ऐसे में आरोपी का मुंह पुलिस को खुलवाना बहुत जरूरी है। पुलिस को भी उम्मीद है कि आरोपी पूछताछ में कई अहम राज उगल सकता है।
ताजा घटनाक्रम में चोरी करते रंगे हाथ पकड़ा गया आरोपी नेपाल का रहने वाला बताया जा रहा है। जगतसुख के ब्राण स्थित शिरघन देवता के मंदिर में देवता के आभूषणों के साथ पकड़े गए आरोपी को तीन अप्रैल तक के पुलिस रिमांड पर भेजा था। लेकिन इस दौरान नेपाली मूल ज्ञान चंद के मुंह नहीं खोला। इसके बाद इसे कोर्ट ने 16 अप्रैल तक फिर से न्यायिक हिरासत में भेजा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीन अप्रैल तक की गई पूछताछ में नेपाली मूल के ज्ञान चंद ने चोरी के संबंध में कुछ नहीं बताया है। तीस मार्च को शिरघन नाग देवता के मंदिर से ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़ा था। इस संबंध में मंदिर के कारदार तेज राम ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में कारदार तेज राम ने बताया था कि आरोपी के बैग से ग्रामीणों ने देवता के चांदी के बने 32 चिन्ह बरामद किए थे। करीब दो माह पहले भी देवता शिरघन नाग के मंदिर में चोर देव रथ समेत करीब 35 लाख की चोरी की वारदात को अंजाम दे चुकें हैं। 30 मार्च को उक्त व्यक्ति के रंगे हाथों पकड़े जाने से ग्रामीणों को कई राज खुलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन उक्त व्यक्ति ने अभी तक अपना मुंह नहीं खोला है।
अहम तथ्य लगे हैं हाथ : एसपी
एसपी अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस मंदिर में रंगे हाथों पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपी से कई अहम तथ्य पुलिस के हाथ लगे हैं और इन्हीं बिंदुओं पर पुलिस छानबीन कर रही है। शीघ्र ही सारे मामले से पर्दा उठेगा।