
गगरेट (ऊना)। क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत की निलंबित महिला प्रधान की बहाली के खिलाफ उसी पंचायत के उपप्रधान और वार्ड पंच मुखर हो गए हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि जो पंचायत प्रधान भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित की गई है, यदि उसे किसी भी राजनीतिक दबाव में बहाल करने की कोई भी पहल की गई तो पंचायत के सभी सदस्य सामूहिक रूप से अपने त्याग पत्र दे देंगे। पंचायत प्रतिनिधियों की इस घोषणा से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यही नहीं इस संबंध में सभी पंचायत के वार्ड सदस्यों एवं कार्यकारी प्रधान ने एक लिखित प्रार्थना पत्र स्थानीय विधायक राकेश कलिया को साैंप कर यह घोषणा की है। विधायक को सौंपे गए पत्र में ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रधान सहित सभी वार्ड पंचों ने कहा कि ग्राम पंचायत की पिछले लगभग एक वर्ष से भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते निलंबित महिला प्रधान के विरुद्ध हुई भ्रष्टाचार की जांच में 48,582 रुपये का गबन निकला था। एसडीएम की ओर से निलंबित प्रधान के विरुद्ध 420 का एक केस हाईकोर्ट में भी दायर है। जिसे एक पंचायत सदस्य ने जाली हस्ताक्षर करने के चलते दायर किया गया है। यही नहीं एक और मामला अभी जिला पंचायत अधिकारी के समक्ष चल रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने शंका जताई है कि राजनीतिक दबाव में प्रधान की बहाली की जा सकती है। ऐसी हालत में वह सभी अपने पद छोड़ देंगे।