
पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल का शुक्रवार दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे निधन हो गया। उन्होंने गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 19 नवंबर से अस्पताल में भर्ती थे। 93 वर्षीय गुजराल को फेफड़े में संक्रमण के बाद मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके निधन के समय पूरा परिवार अस्पताल में ही मौजूद था। सभी राजनीतिक पार्टियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। संसद में भी उनके निधन की खबर के बाद सभी ने उन्हें याद किया और उनके परिवार के लिए प्रार्थना की।
भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके गुजराल दो बार विदेशमंत्री रहे और अप्रैल, 1997 से मार्च, 1998 तक वह देश के प्रधानमंत्री रहे थे। इससे पहले वह विश्वनाथ प्रताप सिंह एवं एचडी देवगौड़ा की सरकारों में विदेशमंत्री रह चुके थे। जनता दल में शामिल होने से पहले गुजराल कांग्रेस के सदस्य थे और मंत्रिमंडल में विभिन्न पदों पर रहे थे।