
ऊना। जिला ऊना में धुंध और कोहरे से जहां जनजीवन प्रभावित है, वहीं इसका गेहूं और अन्य रबी की फसलों पर विपरीत असर पड़ने लगा है। गेहूं की ग्रोेथ रुक गई है। खेतों में उगी गेहूं मुरझाने लगी है। इससे कृषि कारोबार पर खतरा बढ़ता जा रहा है। अब किसानों की उम्मीद इंद्रदेव पर टिकी है। मौसम खुलने से किसानों को घने कोहरे और धुंध से निजात मिल सकती है। उधर, कृषि विशेषज्ञों ने भी लगातार धुंध पड़ने से कृषि कारोबार पर खतरे की बात कही है। किसानों में रमेश कुमार, गुरमेल सिंह, विजय धीमान, प्रीतम कुमार, राम कुमार, दिनेश कुमार, गुरबख्श, रत्न चंद ने बताया कि धुंध से गेहूं की फसल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। गेहूं के अलावा अन्य फसलें भी प्रभावित हो रही हैं। यदि मौसम में जल्द ही बदलाव न हुआ तो उनके कारोबार को काफी नुकसान होने का अंदेशा है। कृषि उपनिदेशक डा. एचएस राणा ने भी माना कि कोहरे एवं धुंध से फसलें प्रभावित हो रही हैं। यदि यही क्रम एक सप्ताह तक चलता रहा तो कृषि कारोबार में काफी नुकसान हो सकता है। उन्हाेंने बताया कि इससे फसलों में पीला रतुआ नामक रोग भी लग सकता है।