
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी तालिबान ने देश की सरकार के साथ शांतिवार्ता की किसी भी संभावना से इन्कार करते हुए कहा है कि देश के ”सेक्यूलर शासकों” को सत्ता से बेदखल करने का उनका संघर्ष जारी रहेगा।
तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) अहसानुल्ला अहसान ने पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक के कल जारी एक बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में शांतिवार्ता की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया और मलिक को ऐसा ”विदेशी एजेंट” करार दिया जो ”तालिबान से माफी पाने के काबिल नहीं” है।
तालिबान प्रवक्ता ने कहा कि उनका संगठन इस इस्लामिक देश में विदेशी ताकतों द्वारा थोपे गये सेकुलर शासकों को बेदखल करने की लडाई जारी रखेगा। तालिबान पाकिस्तान को शरीया कानून पर आधारित देश बनाना चाहता है।