
सुजानपुर (हमीरपुर)। सुजानपुर नगर पंचायत में मनोनीत पार्षद नपं की एक भी बैठक में भाग नहीं ले पाए हैं। भाजपा समर्थित पार्षदों की बैठकों में भाग लेने की मंशा अधूरी ही रह गई है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से मनोनीत पार्षदों की पात्रता जल्द ही समाप्त होने वाली है। ऐसे में मनोनीत पार्षदों के बैठकों में भाग लेने के सपने अधूरे रह गए हैं।
गौर रहे कि जब जब सत्ता में सरकार कांग्रेस की आई है। मनोनीत पार्षदों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। ऐसे में अब भाजपा के मनोनीत पार्षदों को भी बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा। जिस राजनीतिक पार्टी की सरकार सत्ता में काबिज होती है। उसी पार्टी के समर्थकों को नपं में मनोनीत किया जाता है, लेकिन प्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार बनने से इन्हें बाहर का रास्ता देखना होगा। नगर पंचायत निकायों में पूर्व भाजपा सरकार ने पद काफी समय पहले भर दिए थे, लेकिन नपं सुजानपुर में मनोनीत पद को लेकर मंशा पाले भाजपाई इंतजार करते थक गए। मनोनीत पद उस समय भरे गए जब चुनावी बेला नजदीक थी। चुनाव आचार संहिता से एक दिन पहले आनन फानन में इन मनोनीत सदस्यों का चयन कर दिया गया, लेकिन चयन के बाद मनोनीत पार्षद बैठकों में भाग नहीं ले सके। वहीं क्षेत्र की अधिकतर जनता इन पार्षदों से भी अनभिज्ञ रही है। मनोनीत पार्षद में भाजपा समर्थक प्रेम डोगरा, अंकुश गुप्ता और पुरुषोतम चौधरी हैं। अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। सत्ता परिवर्तन के साथ ही मनोनीत पदों की छुट्टी भी तय है।