
हमीरपुर। हटवाड़ गांव के विजय कुमार ठाकुर का चयन आयवा स्टेट यूनिवर्सिटी (अमेरिका) में विजिटिंग साइंटिस्ट के रूप में हुआ है। विजय को एमेस (एएमईएस) लैबोरेटरी में कार्य करने का अवसर मिलेगा, लैब में वर्ष 2011 के नाबल पुरस्कार (कैमेस्ट्री) विजेता प्रो डैन के साथ कार्य करने का मौका होगा। विजय दो वर्ष तक संस्थान के साथ कार्य करेंगे। इससे पहले विजय ठाकुर सिंगापुर में रक्षा मंत्रालय की ओर से स्थापित प्रयोगशाला टैमासिक लैबोरेटरी में अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में सेवाएं देते रहे हैं। सिंगापुर में नैनो टेक्नोलॉजी एंड एनर्जी स्टोर्स मेटीरियलस पर शोध कार्य को देखते हुए बेस्ट रिसर्च के लिए यूके सरकार ने ऊर्जा क्षेत्र में कार्य करने वाले एक सौ युवा वैज्ञानिकों में विजय कुमार को चयनित किया था।
वे तीन वर्षों में विजय जर्मनी, यूके, आस्ट्रेलिया आदि देशों में शोध कर चुके हैं। नैनो टेक्नोलॉजी और पोलीमर पर तीन पुस्तकें यूएसए और जर्मनी से प्रकाशित हो चुकी हैं। विजय के शोध कार्य को विश्व के सर्वश्रेष्ठ जनरल जनरल आफ मैटीरियल कैमिस्ट्री में हाइलाइट और कवर पृष्ठ पर प्रकाशित किया जा चुका है। विजय के अब तक 50 से अधिक रिसर्च पेपर विभिन्न् इंटरनेशनल जनरलों में प्रकाशित हो चुके हैं। विजय ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों को दिया है।