प्रधान-सचिव ने किया लाखों का गोलमाल

सोलन। नालागढ़ विकास खंड के तहत ग्राम पंचायत मनलोग कलां के प्रधान व सचिव ने मिलकर पंचायत को लाखों रुपये चुना लगा डाला। पंचायत में गड़बड़ी देखते हुए पंचायत सदस्यों ने डीपीओ सोलन से इसकी शिकायत की। डीपीओ ने पंचायत निरीक्षक को मामले की छानबीन के लिए भेजा तो पंचायत में हुई गड़बड़ी सामने आई। इसके अनुसार पंचायत प्रधान व सचिव ने लगभग 18 लाख रुपये का गोलमाल कर दिया। इसकी एंट्री न किसी कैशबुक में की और नहीं किसी रिकार्ड में दर्शाई। वहीं सितंबर से दिसंबर 2012 तक एक भी बैठक पंचायत में नहीं की। जबकि तीन माह तक कोई बैठक न करने पर अधिकारियों को निलंबित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त भी 26 अन्य बैठकें उन्होंने नहीं करवाई।

यह था मामला
पंचायत सचिव ने कैश बुक मई 2011 से लेकर अब तक नहीं भरी और नहीं प्रधान ने निकाले गए पैसों की एंट्री करवाई। दोनोें मिलकर पंचायत एकाउंट से पैसे निकालते रहे। जिसमें मुख्य कार्य के लिए 4 लाख 38 हजार रुपये, जलागम योजना के अंतर्गत 10,72,438 रुपये, मनरेगा योजना के अंतर्गत 2,53,518 रुपये तथा इंदिरा आवास योजना में 95,500 रुपये निकाले गए, मगर कोई एंट्री पंचायत रिकार्ड में नहीं की। वहीं जलागम योजना की एंट्री करने के लिए पंचायत में कैश बुक भी नहीं मिली। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि 2012 में सितंबर से दिसंबर तक आठ बैठक नहीं करवाई। इसके अतिरिक्त दो वर्षों में 26 अन्य बैठकें बिना किसी अनुमति के पंचायत में नहीं हुईं। इसी के चलते जिला पंचायत अधिकारी ने इनसे सात दिनों के भीतर जवाब मांगा है।
सात दिनों में मांगा जवाब : डीपीओ
इस बारे में जिला पंचायत अधिकारी एमएस नेगी ने बताया कि ग्राम पंचायत मनलोग कलां के प्रधान और सचिव ने पंचायत रिकार्ड में गड़बड़ी की है। पंचायत में चार माह तक बैठकें भी नहीं करवाई गई। उनसे सात दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। चार माह में बैठकें न करने पर उन पर गाज गिरना तय है।

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