सैंज (कुल्लू)। स्थायी नौकरी को लेकर हड़ताल पर बैठे पार्वती जल विद्युत परियोजना चरण तीन के विस्थापितों ने प्रबंधन से जल्द इस मुद्दे का समाधान करने का आग्रह किया है। विस्थापितों का कहना है कि वह यह लड़ाई सात सालों से लड़ रहे हैं। लेकिन प्रबंधन ने अभी तक नौकरी नहीं दी।
विस्थापितों के अध्यक्ष अनंत राम ने शुक्रवार को दो टूक कहा कि जब तक परियोजना से प्रभावित हुए 70 परिवारों को स्थायी नौकरी की व्यवस्था नहीं की जाती उनका संघर्ष जारी रहेगा। परियोजना स्थलों पर निर्माण कार्य ठप होने से एनएचपीसी को रोजाना करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ रहा है। युकां प्रवक्ता घनश्याम गौतम ने कहा कि अगर एमओयू साइन हुआ है तो परियोजना तीन के प्रभावितों को उसके मुताबिक नौकरी देनी चाहिए। प्रभावित परिवार दिवान चंद, रमेश चंद, नीलम, लक्ष्मी, प्रेम सिंह, हीरा लाल, ध्यान सिंह,पूर्ण चंद, ज्ञान चंद, दुर्गा देवी तथा लता देवी ने कहा कि वह अपनी इस मांग को मनवा कर ही रहेंगे। एनएचपीसी उनके लिए रोजगार का प्रावधान करें नहीं तो परियोजना के टरबाइनों को घूमने नहीं दिया जाएगा। वहीं परियोजना चरण तीन के मुख्य प्रबंधक एके त्रिखा ने कहा कि उनकी ओर से इस संदर्भ में एनएचपीसी के एग्जीक्यूटिव निदेशक को सूचना दे दी है। जल्द ही समस्या का उचित हल निकल आएगा।