पैसे लेकर बांट रहे थे दिल्ली बोर्ड के सर्टिफिकेट
इस बोर्ड का एक केंद्र नवांशहर (पंजाब) में भी चल रहा है। जिले के नैहरियां और टकारला में ये धंधा चल रहा था। पुलिस ने छापामारी कर दोनों आरोपियों के घरों से डेढ़ दर्जन प्रमाणपत्र बरामद किए हैं। दोनों आरोपी आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है। ये प्रमाणपत्र असली हैं या नकली, इसका पता जांच में चलेगा।
हिमाचल में बिक रहे दिल्ली बोर्ड के सर्टिफिकेट!
बिना परीक्षा ही बांट रहे थे सर्टिफिकेट
इस व्यक्ति ने उसे दसवीं की प्राइवेट परीक्षा दिलाने के लिए राजेश से 5 हजार रुपये लिए। कुछ समय बाद फिर से पांच हजार की मांग की। राजेश के अनुसार वह व्यक्ति से फिर मिला। इस बार उसे बताया गया कि परीक्षा देने की जरूरत नहीं।
सर्टिफिकेट ऐसे ही मिल जाएगा। इस पर उसका माथा ठनका। 5 जून को उसे बताया गया कि सर्टिफिकेट आ गए हैं। सर्टिफिकेट देने के वक्त भी 3000 रुपये वसूले गए।
पुलिस ने छापेमारी कर बरामद किए कई सर्टिफिकेट
आरोपियों के विरुद्ध दो अन्य लोगों ने भी इस प्रकार की शिकायत की है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। अंब के डीएसपी सागर चंद्र ने बताया कि सन्नी और सतपाल निवासी डठवाड़ा ने आरोपियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई है कि उनसे भी प्रमाणपत्र के बदले आरोपियों ने 38 हजार रुपये वसूल किए।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 465, 468 और 420 में केस दर्ज कर लिया है।