65 करोड़ की योजना पर सवाल

सोलन। 65 करोड़ की लागत से बनी गिरि पेयजल योजना शहर के लोगों को फिर धोखा दे गई है। आईपीएच विभाग के अधिकारियों का सोमवार को क्षतिग्रस्त पाइप के ठीक किए जाने का दावा धरा का धरा रह गया। मंगलवार को मरम्मत की गई पाइपलाइन फिर फट गई। ऐसे में शहर में पानी की सप्लाई ठप रही।
सोमवार रात को सैर बनैड़ा और इसके साथ पाइपों की बेल्डिंग लीकेज हो जाने के कारण पेयजल सप्लाई ठप हो गई। इससे पहले रविवार रात को भी यहां पर पाइप टूटी थी। जिसे सोमवार प्रात: 09:30 बजे तक ठीक कर दिया गया था। मंगलवार को आईपीएच कर्मचारी पाइप को ठीक करने में डटे रहे। खबर लिखे जाने तक पाइप ठीक होने का कोई समाचार नहीं आया था।

क्यों टूट रही हैं पाइपें?
गिरि पेयजल योजना 65 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है। सोलन शहर के साथ-साथ आसपास के 100 से अधिक गांव के एक लाख से अधिक लोग इस योजना पर निर्भर हैं। बावजूद सुविधा के आए दिन गिरि योजना में अक्सर पाइप लीकेज होने, पाइप टूटने, वोल्टेज समस्या का आती रहती है। जिससे लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसते हैं। हालांकि अभी सर्दी ने पूरा जोर नहीं पकड़ा है। सर्दी के जोर पकड़ते ही पाइपों के जाम होने की समस्या भी आनी शुरू हो जाएगी। इसके अतिरिक्त आईपीएच विभाग को यदि पेयजल सप्लाई सुचारु चलानी है तो इसके लिए पुख्ता इंतजाम करने होंगे।

नहीं हुई पेयजल सप्लाई : अध्यक्ष
नगर परिषद के अध्यक्ष कुल राकेश पंत के अनुसार गिरी योजना से पानी की लिफ्टिंग नहीं हुई है। जिससे शहर में पेयजल आपूर्ति ठप रही। अगर रात के समय स्टोरेज हो जाती है तो बुधवार को पेयजल आपूर्ति की जाएगी।

सुबह पाइपें ठीक कर दी गईं : चौहान
आईपीएच विभाग के एसिस्टेंट इंजीनियर सीआर चौहान ने कहा कि गिरि लाइन की बेल्डिंग फिर से लीकेज हो चुकी है। जिसके कारण शहर में पेयजल सप्लाई नहीं की जा सकी है। कर्मचारी लाइन ठीक करने में जुटे हैं जल्द ही लाइन ठीक कर दी जाएगी।

Related posts

Leave a Comment