हिमाचल का ए ग्रेड रॉयल सेब सितंबर माह के पहले हफ्ते मंडियों में मिलना शुरू हो जाएगा

हिमाचल का ए ग्रेड रॉयल सेब सितंबर माह के पहले हफ्ते मंडियों में मिलना शुरू हो जाएगा

देश के बड़े शहरों में हिमाचल के रॉयल किस्म के सेब का खासा इंतजार है। मगर लोगों को बाजार में ए ग्रेड का सेब नहीं मिल रहा है। अब चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई व बंगलूरू समेत कई शहरों के लोगों को लंबा इंतजार नहीं करना होगा। सितंबर माह के पहले हफ्ते रॉयल किस्म का सेब मिलना शुरू हो जाएगा। इस बार सूबे में आई आपदा के कारण अच्छी क्वालिटी का रॉयल सेब देरी से मंडियों में पहुंच रहा है।

फोरलेन सहित  मुख्य सड़कों एवं संपर्क मार्ग अवरुद्ध होने से बागवानों ने सेब का तुड़ान रोक दिया। यही कारण है कि देश के बड़े शहरों में रॉयल किस्म का सेब देरी से चखने को मिलेगा। हालांकि तीन दिनों से मौसम खुला है और किसान-बागवानों ने बड़ी राहत ली है। ऐसे में अब तुड़ान भी तेज हो गया है।सितंबर से मध्य व ऊपरी इलाकों का सेब भी प्रदेश के बाहर जाना आरंभ होगा। कुल्लू फल उत्पादक मंडल के अध्यक्ष महेंद्र उपाध्याय ने कहा कि मौसम खुल गया है और अब रॉयल सेब में रंग आने की संभावना है। एपीएमसी कुल्लू के सचिव शगुन सूद ने कहा कि सितंबर से सेब का सीजन गति पकड़ेगा और बड़े शहरों में भी सेब पहुंचेगा।

कुल्लू में 80 प्रतिशत सेब रॉयल किस्म का 
जिला कुल्लू में 80 प्रतिशत सेब रॉयल किस्म का पैदा रोता है। यह सेब विदेशी प्रजाति के मुकाबले अधिक टिकाऊ और इसे लंबे समय तक स्टोर रखा जा सकता है। रॉयल सेब इम्युनिटी को बढ़ाता है। इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड भी होते हैं, जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।

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