हारे हुए पूर्व मुख्यमंत्रियों ने साख बचाने की कवायद की शुरू, धामी दून में डटे तो हरीश रावत दिल्ली रवाना

हारे हुए पूर्व मुख्यमंत्रियों ने साख बचाने की कवायद की शुरू, धामी दून में डटे तो हरीश रावत दिल्ली रवाना

देहरादून
बहुमत के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर भाजपा में भाग दौड़ जारी है। मुख्यमंत्री को लेकर सियासी चर्चाओं के बीच रविवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली जाने की चर्चा थी, लेकिन वे देहरादून में ही रहे।

विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद उत्तराखंड की सियासत पर भाजपा व कांग्रेस में कसरत जारी है। चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल कर चुकी भाजपा में जहां मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। वहीं, कांग्रेस में हार को लेकर कुनबे की कलह सामने आने लगी है।

बहुमत के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर भाजपा में भाग दौड़ जारी है। मुख्यमंत्री को लेकर सियासी चर्चाओं के बीच रविवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली जाने की चर्चा थी, लेकिन वे देहरादून में भी रहे जबकि भाजपा के कई नेता दिल्ली में डटे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, होली के बाद 19, 20 या 21 मार्च को विधायक मंडल दल की बैठक हो सकती है। जिसमें मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। हालांकि, उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला हाईकमान को ही करना है।

उधर, प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रविवार को दिल्ली रवाना हो गए। जहां वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी मौजूद रहे। जिसमें उत्तराखंड में पार्टी की हार पर भी मंथन किया गया।

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