सोनीपत में बिजली गिरने से महिला की गई जान

सोनीपत में बिजली गिरने से महिला की गई जान

हिसार/चंडीगढ़
हरियाणा में गुरुवार दोपहर बाद मौसम ने जोरदार करवट ली। अचानक आए बदलाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अंधड़ के साथ बारिश होने से पारे में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, सोनीपत, हिसार, पंचकूला जिलों में 10 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से तेज हवाएं चलीं। इससे पेड़ और खंभे उखड़ कर सड़कों पर गिर गए और आवागमन प्रभावित हुआ।

बिजली के तार टूटने से अधिकांश शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बारिश से मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं भीग गया। वहीं, सोनीपत के खरखौदा में बिजली गिरने से गर्भवती महिला छोटी रानी (26) की मौत हो गई। जिले में ओेले भी गिरे। 

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी अंधड़ और बारिश के आसार हैं। इसे देखते हुए प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है। कुछ जिलों में 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश के मौसम में बदलाव आया है। हालांकि अंधड़-बारिश के चलते मौसम सुहावना हो गया। 

पंचकूला में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मौसम विभाग के अनुसार 11 और 12 मई को एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा। इसे देखते हुए कुछ दिनों तक प्रदेश में गर्मी ज्यादा तेज नहीं पड़ेगी। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। 

चंडीगढ़ : मई में मानसून वाली बारिश
चंडीगढ़ में मई के महीने में मानसून जैसा नजारा देखने को मिला। शाम को अंधड़ के साथ जमकर बारिश हुई। कुछ जगह पेड़ भी गिरे। हवा की गति करीब 40 से 50 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई है। खबर लिखे जाने तक चंडीगढ़ में 15 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी थी। बारिश व आंधी से तापमान में करीब 14 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे मौसम में काफी ठंडक महसूस की गई। आमतौर पर मई के महीने में पश्चिमी विक्षोभ निष्क्रिय हो जाते हैं लेकिन इस साल एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस वजह से कुछ दिनों के अंतराल में बारिश हो रही है।

11 और 12 मई को फिर बदलेगा मौसम 
हरियाणा में शुक्रवार को भी पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इस दौरान बादल छाने, बीचबीच में धूलभरी तेज हवाएं चलने और कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। आठ मई की दोपहर तक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव रहेगा। इसके बाद 11 और 12 मई को फिर से एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा, जिसका प्रभाव प्रदेश में भी देखने को मिलेगा। – डॉ. मदन खिचड़, अध्यक्ष, कृषि मौसम विज्ञान विभाग, एचएयू, हिसार।

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