सैकड़ों स्कूलों में शौचालय नहीं

चंबा। निर्मल भारत अभियान के तहत प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस अभियान के तहत कई प्रकार के कार्यक्रम चलाकर वर्ष 2015 तक प्रदेश को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन जिला चंबा में सैकड़ों सरकारी स्कूलों में शौचालय तक नहीं बन पाए हैं। ऐसे में निर्मल भारत अभियान फेल होता नजर आ रहा है। जिला में 100 से ज्यादा प्राइमरी स्कूलों व 50 से अधिक मिडल स्कूलों में शौचालय तक नहीं है। इनमें 55 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं, जहां पर छात्रों के लिए तो शौचालय हैं, लेकिन छात्राओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। इतना ही नहीं कई स्कूलों में केवल छात्राओं के लिए शौचालय बनाए गए हैं और छात्र खुले में गंदगी फै लाने को मजबूर हो रहे हैं। यही नहीं जिला में करीब 49 मिडल स्कूलों में भी छात्रों के लिए शौचालय नहीं बन पाए हैं। इसके अलावा लगभग 47 मिडल स्कूलों में छात्राओं के लिए शौचालय नहीं हैं। शौचालय न होने के कारण विशेषकर छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत हर स्कूल में शौचालय की व्यवस्था होना अनिवार्य है, लेकिन जिला चंबा में सैकड़ों स्कूल आरटीई के मापदंड पूरे नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूली बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं से जिला के सैकड़ों बच्चों को वंचित रहना पड़ रहा है।

शौचालय के लिए प्रोजल मिले
सर्वशिक्षा अभियान के जिला प्रोजेक्ट ऑफिसर सुमन कुमार मिन्हास ने बताया कि उनके पास जिला के लगभग 36 स्कूलों से शौचालय निर्माण के लिए प्रपोजल पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि जमीन न मिलने के कारण शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है। जैसे ही जगह मिलती है, तो शौचालय का निर्माण कर दिया जाएगा।
उधर, प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक सुरेंद्र सिंह पठानिया ने बताया कि सभी ब्लॉक के बीईओ को पत्र के माध्यम से स्कूलों में शौचालय निर्माण के लिए डिमांड भेजने को कहा है। उन्होंने कहा कि निर्मल भारत अभियान के तहत सभी स्कूलों में शौचालय का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बीईओ को निर्देश दिए हैं कि अपने अधीनस्थ स्कूलों का निरीक्षण करें।

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