सुरक्षाबलों को चकमा देने के लिए तीनों ने रचा पगड़ी वाला प्लान पुलिस के एक डीएसपी को हिरासत में लिया गया है।

जम्मू

भारतीय सेना
दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के वानपोह इलाके से सुरक्षा बलों ने शनिवार को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर समेत दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक डीएसपी को हिरासत में लिया गया है। आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल तथा तीन पिस्टल बरामद किए गए। गाड़ी से 1.47 लाख रुपये की बरामदगी की भी बात सामने आ रही है। पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। पुलिस पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ कर रही है।गिरफ्तार आतंकियों में हिजबुल का शोपियां जिला कमांडर सईद नवीद मुश्ताक तथा आसिफ डार शामिल हैं। नवीद हिजबुल का कमांडर और ए प्लस कैटेगरी का आतंकी है। शोपियां के नाजीपोरा निवासी नवीद दो मई, 2014 से संगठन में सक्रिय है।दूसरा आतंकी आसिफ भी शोपियां के बोनगाम का रहने वाला है। 12वीं पास आसिफ दो मार्च, 2019 से सक्रिय है और सी कैटेगरी का आतंकी है। इनके साथ ही त्राल निवासी डीएसपी देविंदर सिंह को भी पकड़ा गया है, जो श्रीनगर एयरपोर्ट पर एंटी हाइजैकिंग स्कवॉड में तैनात है। बताते हैं कि पुलिस इन सभी के पीछे पिछले दो-तीन दिनों से लगी हुई थी। तीनों कार (नंबर जेके 03 एच 1738) से श्रीनगर से दोपहर बाद निकले। इनके पीछे पुलिस भी लगी हुई थी। अनंतनाग के वानपोह इलाके में गाड़ी रोक ली गई। गाड़ी में सवार सभी पगड़ी लगाए हुए थे ताकि किसी को शक न होने पाए। इनके चंडीगढ़ जाने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल, पुलिस सारी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।एयरपोर्ट पर तैनात डीएसपी को गत 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला था। आतंकवाद के खिलाफ सफल ऑपरेशन चलाने के लिए एसओजी में तैनाती के दौरान आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर इंस्पेक्टर से डीएसपी बनाया गया। बाद में फिरौती मांगने की शिकायत पर एसओजी से हटाने के साथ ही निलंबित किया गया था। लेकिन बाद में बहाल कर श्रीनगर पुलिस कंट्रोल रूप में तैनात कर दिया गया। यहां से पिछले साल श्रीनगर एयरपोर्ट पर तैनात किया गया।

आतंकी नवीद शोपियां इलाके में कई पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहा है। इसके साथ ही अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सेब की खरीद के लिए बाहरी राज्यों से पहुंचे ट्रक चालकों की शोपियां में हत्या की घटनाओं में भी शामिल था। शोपियां में वह डीएसपी आशिक टाक के वाहन पर हमले में भी शामिल था, जिसमें तीन पीएसओ और ड्राइवर की मौत हो गई थी। बटगुंड में तीन अन्य पीएसओ की हत्या में भी वह शामिल रहा था।

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