सुंदरबनी
सुंदरबनी सेक्टर में भारत-पाकिस्तान एलओसी से घुसपैठ करने वाले आतंकी स्थानीय लोगों की नजर से बच नहीं पाए। सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले लोग संदिग्ध हलचल का पता लगते ही फौरन सुरक्षा बलों को सूचित करते हैं।
यही कारण है इस बार भी सुंदरबनी सेक्टर के गांव दादल से 28 जून की रात जैसे ही घुसपैठिए इस तरफ आए तो 29 जून को ही एलओसी से सटे लोगों ने संदिग्धों की सूचना सेना को दे दी। इसके बाद सेना की ओर से की गई घेराबंदी के कारण आखिरकार दस दिन बाद सेना को उन दोनों संदिग्धों को मार गिराने में कामयाबी हाथ लग गई।
हालांकि अभी सेना और सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आतंकियों की संख्या अधिक हो सकती है। क्षेत्र की घेराबंदी जारी है, लेकिन दस दिन पूर्व 29 जून को स्थानीय लोगों ने दो ही संदिग्धों को देखा था, जिन्हें सेना ने वीरवार को मार गिराने में सफलता हासिल कर ली है।
21 मार्च 2018 को भी इस तरह की घटना हुई थी। जब सुंदरबनी सेक्टर के माला क्षेत्र से ही चार आतंकियों का एक दल सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने में कामयाब हुआ था, लेकिन सुंदरबनी के गांव कला खरोर भरोड पैली जोगीनाला में सप्ताह भर छिपे रहने के बाद 27 मार्च 2018 को सुंदरबनी नगर के पास सीमा सुरक्षा बल के कैंप के पास पहुंचते ही सेना और अर्द्धसैनिक बलों ने मुठभेड़ के दौरान चारों आतंकियों को मार गिराया था।