सरकार से किसान खफा, खाद के लिए काट रहे चक्कर, लौटना पड़ता खाली हाथ

सरकार से किसान खफा, खाद के लिए काट रहे चक्कर, लौटना पड़ता खाली हाथ

प्रदेश में खाद की कमी से जूझ रहे किसान हाल ही में डेढ़ माह बाद पांवटा साहिब में खाद की खेप तो पहुंची लेकिन साढ़े तीन घंटे में स्टाॅक खत्म होते ही कई किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। कई किसान खाद पहुंचने की भनक लगते ही वाहन लेकर पहुंचे। इफ्को के बिक्री केंद्र के बाहर किसानों की लाइनें लग गईं। देखते ही देखते साढ़े तीन घंटे के भीतर खाद का स्टॉक खत्म हो गया। कई किसानों ने दो-दो बैग खरीदे तो कोई एक भी नहीं खरीद सका। किसानों बाइक पर भी खाद के बैग ले जाते दिखे तो कोई वाहन में भरकर खाद ले गया। इससे केंद्र में पहुंचे 100 के करीब किसान खाद से वंचित रह गए। खाद के लिए किसानों में भारी मारामारी देखी गई। अब मंगलवार तक को फिर खाद पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। दरअसल, लंबे समय से सूबे में खाद का संकट चल रहा है। शुक्रवार को 630 बैग यूरिया खाद पहुंची।

जबकि, मांग काफी ज्यादा है। इस समय फसलों के लिए खाद की बेहद जरूरत है। खाद नहीं मिली तो किसानों की फसलें बर्बाद हो जाएंगी। किसान जसविंदर सिंह बलजीत सिंह, चरनजीत सिंह, हरभजन सिंह, दीप चंद, कल्याण सिंह, रमेश शर्मा, नारायण सिंह व सलमान ने कहा कि पांवटा व शिलाई विधानसभा क्षेत्रों में मक्की 4800 हेक्टेयर व धान 4400 हेक्टेयर भूमि पर लगाई गई हैं। खाद खरीदने के लिए किसानों की भीड़ जमा हो गई। लेकिन एक बजे से पहले ही खाद खत्म हो गई। कई किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा। इफको बाजार लिमिटेड पांवटा वितरण केंद्र प्रभारी हिमांशु ने बताया कि शुक्रवार को करीब 630 बैग यूरिया खाद पहुंची थी। सुबह 9:30 बजे खाद की गाड़ी पांवटा खाद वितरण केंद्र में पहुंची, जिसके बाद दोपहर 1:00 बजे से पहले ही स्टाॅक खत्म हो गया। इफको के सोलन-सिरमौर जिला क्षेत्रीय अधिकारी हरजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल सिरमौर के लिए करीब 100 मीट्रिक टन खाद भेजी गई है। जल्द खाद का संकट दूर हो जाएगा।

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