सबकी नजर इन प्रत्याशियों पर, जानिए क्यों चर्चा में है ये सीटें और क्या है यहां का सियासी गणित?

सबकी नजर इन प्रत्याशियों पर,  जानिए क्यों चर्चा में है ये सीटें और क्या है यहां का सियासी गणित?

नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के नौ जिलों की 55 सीटों पर अब दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है। इनमें 10 सीटें ऐसी हैं, जिसपर पूरे यूपी की नजर टिकी हुई है।
अब्दुल्ला आजम खान, सुरेश खन्ना, आजम खान, धर्म सिंह सैनी और गुलाबो देवी।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण 14 फरवरी को होना है। नौ जिलों की 55 सीटों के लिए लड़ाई काफी कड़ी होने वाली है। अमरोहा, बरेली, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, सहारनपुर, बिजनौर, संभल, रामपुर और बदायूं जिले में पड़ने वाली इन 55 सीटों पर कुल 586 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे ज्यादा बरेली के कैंट, मुरादाबाद के कांठ और शाहजहांपुर सीट से 15-15 प्रत्याशी मैदान में हैं। पढ़िए दूसरे चरण की दस सबसे हॉट सीटों पर क्या है समीकरण?

पहले जान लीजिए 2017 में यहां क्या हुआ था
दूसरे चरण में जिन 55 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से ज्यादातर पर 2017 में भाजपा का कब्जा था। आंकड़ों को देखें तो मुस्लिम और दलित बाहुल्य इन क्षेत्रों में भाजपा ने 2017 में 38 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 15 सीटों पर सपा और दो पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत हुई थी। समाजवादी पार्टी ने जिन 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी, उसमें से 10 मुस्लिम उम्मीदवार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
10 हॉट सीटें, जिसकी खूब हो रही चर्चा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव

1. नकुड़ : सहारनपुर जिले की नकुड़ विधासनभा सीट हाईप्रोफाइल हो गई है। यहां से भाजपा के बागी मंत्री धर्म सिंह सैनी इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। धर्म सिंह सैनी 2017 में बीजेपी से विधायक बने थे। अब तक वह चार बार विधायक रह चुके हैं। सैनी के खिलाफ भाजपा ने मुकेश चौधरी को मैदान में उतारा है। बसपा से साहिल खान और कांग्रेस से रणधीर सिंह चौहान यहां से प्रत्याशी हैं।
2017 के आंकड़ों पर नजर डालें तो डॉ. धर्म सिंह सैनी ने भाजपा से चुनाव लड़ते हुए 94 हजार 375 वोट हासिल किए थे। तब कांग्रेस में रहते हुए इमरान मसूद को 90 हजार 318 वोट और बसपा से नवीन चौधरी को 65 हजार 328 वोट मिले थे।

2. शाहजहांपुर : वित्त मंत्री सुरेश खन्ना इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 1989 से इस सीट पर लगातार सुरेश खन्ना का वर्चस्व कायम है। खन्ना कई बार मंत्री रह चुके हैं। शाहजहांपुर विधानसभा में करीब तीन लाख 59 हजार मतदाता हैं। इस बार खन्ना के खिलाफ सपा ने तनवीर खान, बसपा ने सर्वेश चंद्र धांधू और कांग्रेस ने पूनम को उम्मीदवार बनाया है।

3. रामपुर : दो साल से जेल में बंद समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान यहां से चुनाव मैदान में हैं। आजम खान के खिलाफ भाजपा ने आकाश सक्सेना, बसपा ने सदाकत हुसैन और कांग्रेस ने काजिम अली खान को उम्मीदवार बनाया है।

4. स्वार : रामपुर की स्वार सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान को सपा ने टिकट दिया है। अब्दुल्ला भी पिता के साथ पिछले दो साल से जेल में बंद थे। कुछ दिन पहले ही कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है। अब्दुल्ला पर 43 आपराधिक मामले चल रहे हैं। अब्दुल्ला के खिलाफ अपना दल (सोनेलाल) ने हैदर अली खान, बसपा ने शंकर लाल सैनी और कांग्रेस ने राम रक्षपाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है।

5. आंवला : बरेली की आंवला विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है। यहां भाजपा से मौजूदा विधायक धर्मपाल सिंह मैदान में उतरे हैं। वहीं बिल्सी से भाजपा से पिछला चुनाव जीते विधायक राधा कृष्ण शर्मा इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में हैं। धर्मपाल सिंह चार बार, तो शर्मा दो बार विधायक रह चुके हैं। बसपा ने यहां से लक्ष्मण प्रसाद और कांग्रेस ने ओमवीर यादव को टिकट दिया है।

6. बिलासपुर : रामपुर के बिलासपुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और योगी सरकार में जल शक्ति राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। बलदेव सिंह योगी कैबिनेट में इकलौते सिख मंत्री हैं। बलदेव के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने अमरजीत सिंह, बसपा ने राम अवतार कश्यप, कांग्रेस ने संजय कपूर को टिकट दिया है।

7. चंदौसी : संभल के चंदौसी सीट से भाजपा ने योगी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाबो देवी को टिकट दिया है। पिछली बार भी गुलाबो देवी ने यहां से जीत हासिल की थी। उनके खिलाफ समाजवादी पार्टी ने विमलेश कुमारी और बसपा ने रणविजय सिंह को मैदान में उतारा है। कांग्रेस की तरफ से मिथिलेश कुमारी को टिकट मिला है।

8. कुंदरकी : मुरादाबाद की कुंदरकी सीट भी इस बार चर्चा में है। यहां से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान को सपा ने टिकट दिया है। इस सीट से अभी तक सपा के विधायक रहे हाजी रिजवान टिकट कटने के बाद बसपा में शामिल हो गए। अब बसपा ने उन्हें यहां से उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने कमल प्रजापति और कांग्रेस ने दरकशा बेगम को अपना उम्मीदवार बनाया है।

9. तिलहर : शाहजहांपुर की तिलहर सीट पर समाजवादी पार्टी ने भाजपा के बागी विधायक रोशन लाल वर्मा पर दांव खेला है। रोशन लाल ही स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे थे। वहीं, भाजपा ने इस बार यहां से सलोना कुशवाहा और बसपा ने नवाब फैजान अली खान को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने रजनीश गुप्ता को टिकट दिया है।

10. अमरोहा : इस सीट से समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे महबूब अली फिर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। महबूब अली के खिलाफ भाजपा ने राम सिंह, बसपा ने मोहम्मद नवैद अयाज और कांग्रेस ने सलीम खान को अपना उम्मीदवार बनाया है।

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