संसदीय समिति की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, जेलों में सबसे ज्यादा होती है गांजे और सेलफोन की तस्करी

संसदीय समिति की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, जेलों में सबसे ज्यादा होती है गांजे और सेलफोन की तस्करी

गृह मंत्रालय की संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारतीय जेलों में सबसे ज्यादा गांजे और सेलफोन की तस्करी होती है। संसदीय स्थायी समिति की 245वीं रिपोर्ट ‘जेल- हालात, सुधार और आधारभूत ढांचा’ में यह जानकारी दी गई है। संसदीय समिति ने विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ चर्चा के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। बीते दिनों जब संसद का विशेष सत्र आयोजित किया गया तो सत्र के अंतिम दिन यह रिपोर्ट सदन के दोनों सदनों में पेश की गई।

संसदीय समिति की रिपोर्ट में खुलासा
संसदीय समिति की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बातचीत के बाद समिति को पता चला कि जेलों के भीतर सबसे ज्यादा गांजे और सेलफोन की तस्करी की जाती है। इनके बाद अन्य चीजों का नंबर आता है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि तस्करी कर जेल में भेजे गए सेलफोन से ही अपराधी जेलों में बैठकर बाहर अपना गैंग संचालित करते हैं और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि सेलफोन की वजह से ही जेलों के भीतर गैंगवार को बढ़ावा मिलता है। वहीं कैदियों द्वारा गांजे या अन्य नशीले सामान के इस्तेमाल से उनके पुनर्वास जैसे कार्यक्रम प्रभावित होते हैं।

सरकार को दिए गए ये सुझाव
रिपोर्ट में जेलों के भीतर तस्करी रोकने के लिए जेल अधिकारियों की ई-मुलाकात या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठकें करने का सुझाव दिया है। समिति ने ये भी बताया कि जेलों के भीतर विभिन्न सामान की तस्करी में जेल के कर्मचारी ही मदद करते हैं। गृह मंत्रालय से इस तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी गई है और सभी जेलों के लिए स्टैंडर्ड प्रोसिजर तय करने की सलाह दी गई है। जेलों में ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से निगरानी रखने की सलाह दी गई है।

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