शिक्षकों की नियुक्ति से अभिभावक खुश, छात्रों को मिलेगा उज्जवल भविष्य

शिक्षकों की नियुक्ति से अभिभावक खुश, छात्रों को मिलेगा उज्जवल भविष्य

प्राथमिक स्कूलों के साथ अब वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी दूर होने लगी है। इसके तहत जिले के चार स्कूलों में नए अध्यापकों की नियुक्ति भी हो गई है। स्कूलों में लंबे समय से अध्यापकों की कमी चल रही है। अब नए अध्यापकों की नियुक्ति होने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में मदद मिलेगी।

जिन स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति हुई है, उनमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (रापमापा) घनारी, रामनगर नकड़ोह, टकरला और अंदौरा शामिल है। यहां शास्त्री और भाषा अध्यापक (एलटी) को नियुक्त किया गया है। भाषा अध्यापकों की नियुक्ति नकड़ोह और टकारला में की गई है। दोनों अध्यापक ऊना जिले से संबंधित है। ऐसे में इस बात की उम्मीद है कि दोनों नियुक्ति को स्वीकार कर लेंगे। शास्त्री अध्यापकों की नियुक्ति रापमापा अंबोटा और घनारी में की गई है। नियुक्त किए दोनों अध्यापक हमीरपुर जिले से संबंध रखने वाले हैं। स्कूलों में अध्यापकों की कमी काफी लंबे समय से चली आ रही थी। इससे बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा था। अब नए शिक्षकों की नियुक्ति से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में विद्यार्थियों को पढ़ाई का बेहतर माहौल मिलेगा।

प्राथमिक स्कूलों में 26 नए अध्यापकों की हुई नियुक्ति

इससे पहले जिले से 26 प्राथमिक स्कूलों में नए अध्यापकों की नियुक्ति की गई। इसमें अधिकतर स्कूल ऐसे हैं, जहां बच्चों की संख्या के मुकाबले अध्यापक कम थे या केवल एक अध्यापक के सहारे सारी कक्षाएं थीं। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा जिले के शिक्षक संगठनों ने भी जमकर उठाया। इसके बाद कुछ स्कूलों में नए अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि अभी भी कई स्कूलों में अध्यापकों की कमी जस की तस बनी हुई है।
जिले के प्राथमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए नई नियुक्तियां की जा रही हैं। उम्मीद है कि इस शैक्षणिक सत्र में अध्यापकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी।

देवेंद्र चंदेल, उपनिदेशक, जिला प्रारंभिक एवं उच्च शिक्षा विभाग।

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