शाह बोले: कश्मीर पर सच्चा इतिहास लिखा जाए, अबतक गलतियों पर पर्दा डाला गया

नई दिल्ली
अमित शाह

खास बातें

  • संघ के रक्षा कार्यक्रम में अमित शाह बोले: अनुच्छेद 370 को लेकर कई गलतफहमियां
  • सरदार पटेल की प्रेरणा से 370 और 35A खत्म कर देश को अखंड रखा
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल न होते तो रियासत का एकीकरण न होता: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर लोगों को संबोधित किया। शाह ने अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि इसे लेकर कई गलतफहमियां थी। कश्मीर को लेकर कभी सच नहीं बताया गया।

शाह ने कहा, ‘बहुत सारी भ्रांतियां और गलतफहमियां अनुच्छेद 370 और कश्मीर के बारे में आज भी फैली हुई हैं, उनका स्पष्ट होना जरूरी है। जितना स्पष्ट कश्मीर की जनता के सामने होना जरूरी है उतना स्पष्ट भारत की जनता में भी होना जरुरी है।’

उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले जब देश आजाद होता है तो उसके सामने सुरक्षा का प्रश्न, संविधान बनाने का प्रश्न ऐसे कई प्रकार के प्रश्न होते हैं। पर हमारे सामने 630 रियासतों को एक करने का प्रश्न आ गया।’

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सरदार पटेल को प्रणाम करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि 630 अलग-अलग राज्य एक खंड के अंदर समाहित करना और अखंड भारत बनाना ये हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती का काम था। आज मैं आदर के साथ देश के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रणाम करके ये बात कहना चाहता हूं कि वो न होते तो ये काम कभी न होता।

शाह ने कहा, ‘सरदार पटेल की ही दृढ़ता का परिणाम था कि 630 रियासतें आज एक देश के रूप में दुनिया के अंदर अस्तित्व रखती है। 630 रियासतों को एक करने में कोई दिक्कत नहीं आई लेकिन जम्मू-कश्मीर को अटूट रूप से अखंड रूप से एक करने में 5 अगस्त, 2019 तक का समय लग गया।’

उन्होंने अनुच्छेद 370 पर कहा कि जो लोग हम पर आरोप लगाते हैं कि ये राजनीतिक स्टैंड है उनको मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये हमारा स्टैंड तब से है जब से मेरी पार्टी बनी। ये हमारी मान्यता है कि जब अनुच्छेद 370 था, तब देश की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं था। हम सिर्फ बोलते नहीं है हमनें इसके खिलाफ बार-बार आंदोलन किए, जब तक 370 हटी तब तक 11 अलग-अलग आंदोलन हुए जिसमें मास मोबिलाइजेशन भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों ने किया था।

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