शाहतलाई क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल

शाहतलाई (बिलासपुर)। स्वास्थ्य खराब है और एक्सरे करवाना पड़े तो शाहतलाई के अस्पतालों की चौखट पर मायूसी के सिवाय कुछ हाथ नहीं लगेगा। बाबा बालक नाथ ही तपोभूमि शाहतलाई के कोटधार इलाके में भले ही पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं लेकिन इनमें एक्सरे तक की सुविधा नहीं। ब्लड टेस्ट के लिए खून तो लिया जाता है लेकिन रिपोर्ट बरठीं स्वास्थ्य केंद्र से आने का लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शाहतलाई के कोटधार की 14 पंचायत के लिए खोले गए पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंगु साबित हो रहे हैं। ढुलमुल स्वास्थ्य सेवाओं के कारण यहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी दावे और घोषणाएं तो बहुत हुईं लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। आलम यह है कि अस्पतालों में एक्सरे तक की सुविधा नहीं। स्टाफ का भी यहां भारी टोटा चल रहा है। कलोल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना राजाओं के समय में हुई है। अन्य चार अस्पताल भी काफी पुराने हैं लेकिन इन अस्पतालों में एक्सरे, यूरीनल, ब्लड जैसे छोटे-छोटे टेस्ट करवाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
इलाकावासी कमल चौहान, सवित्री देवी, प्रकाश चंद, जगदेव डटवालिया, रोशन लाल, विमला देवी, कांता देवी, देश राज, हेम राज, जगदीश चंद, आेंकार सिंह, मेहर सिंह, जगत राम का कहना है कि पिछड़ा क्षेत्र कोटधार में कहने को तो पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, मगर किसी भी केंद्र में एक्सरे मशीन नहीं है। मजबूरन लोगों को झंडूता कस्बे में पहुंचना पड़ रहा है।
लोगों का कहना है कि इन समस्याओं के बारे में कई बार सरकार को अवगत करवाया गया है लेकिन कुछ नहीं हुआ। सरकार चाहे कांग्रेस की हो या फिर भाजपा की किसी ने इस क्षेत्र की परवाह नहीं की।
उधर, सीएमओ डॉ. सीआर वर्मा ने बताया कि एक्सरे और अन्य टेस्ट सुविधाओं के बारे में आला अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। जल्द से जल्द क्षेत्र में यह सुविधा मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा।

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