वेतन भुगतान के लिए दो तक अल्टीमेटम

रोहडू। इंटक से संबंधित आईपीएच पंचायत जल रक्षकों ने बैठक में कई मुद्दों को जोरशोर से उठाया। रोहड़ू में हुई बैठक में जल रक्षकों ने मुख्य रूप से दस माह से रुके हुए वेतन को शीघ्र जारी करने की मांग उठाई। यूनियन ने विभाग को दो मार्च तक का अल्टीमेटम दिया है। उसके बाद एसई कार्यालय के घेराव करने की चेतावनी दी है।
आईपीएच पंचायत जल रक्षक यूनियन के प्रधान वेद प्रकाश ने बताया कि जल रक्षकों की नियुक्ति पंचायत प्रधानों ने की थी। वह भी दो से तीन घंटे ड्यूटी के लिए। लेकिन, आईपीएच विभाग जल रक्षकों से सारा दिन काम ले रहा है। जल रक्षकों का शोषण किया जा रहा है। कार्य के हिसाब से जल रक्षकों को पेयजल योजनाओं की कंट्रोलिंग तथा टैंक में क्लोरीन की दवाई डालने के लिए रखा गया था। छह वर्ष से जल रक्षक अल्प वेतन में अपनी नियमित सेवाएं दे रहे हैं। नाम मात्र वेतन में जल रक्षकों को अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। यूनियन की मांग है कि जब विभाग जल रक्षकों से पूरे दिन भर काम ले रहा है तो अन्य कर्मियों की तर्ज पर काम के हिसाब से वेतन भी दिया जाए। जिन जल रक्षकों को छह वर्ष से अधिक का कार्यकाल हो गया है, उन्हें दैनिक वेतन भोगी बनाकर शीघ्र आईपीएच विभाग के अधीन किया जाए। इसके अलावा जल रक्षकों का सामूहिक बीमा भी करवाया जाए। उन्होंने बताया कि जल रक्षकों को दस माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते सभी कर्मचारी हताश हैं। उन्होंने विभाग को दो मार्च तक वेतन भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया है। उसके बाद एसई कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है। बैठक में मोहन सिंह ठाकुर, रजनीश चौहान, सुशील कुमार, निपेंद्र सिंह, लोकिंद्र, चमन लाल, बबलू राम, बालक राम, महेंद्र सिंह, जितेंद्र, संजू राम सहित यूनियन के कई सदस्य उपस्थित थे।

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