वन विभाग ने कब्जे मेें लिया हिलटाप मंदिर

कंडवाल/इंदौरा (कांगड़ा) वन मंडल नूरपुर ने दशकों से डमटाल में स्थापित हिलटाप मंदिर को अपने कब्जे में ले लिया है। उच्च न्यायालय के फैसले के बाद यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। विभाग ने मंदिर के बाहर ताला जड़कर विभागीय नोटिस बोर्ड चस्पां कर दिया है।
गौरतलब है क्रशर यूनियन डमटाल, व्यापार मंडल डमटाल, क्रशर मजदूर यूनियन डमटाल तथा ट्रक यूनियन डमटाल द्वारा संयुक्त रूप से कुछ दशक पहले इस मंदिर का निर्माण किया गया था जो कि वन विभाग की भूमि पर बना है। 1995-96 में वन विभाग ने उक्त चार यूनियनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था तथा मामला कोर्ट में विचाराधीन था। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार तथा इस मामले में फैसला वन विभाग के पक्ष में आने पर शुक्रवार को वन मंडलाधिकारी संजय सेन तथा उपमंडलाधिकारी राकेश वर्मा की अध्यक्षता में पुलिस टीम ने उक्त मंदिर को अपने कब्जे में ले कर विभागीय ताला जड़ दिया। इस संदर्भ में वनमंडलाधिकारी नूरपुर संजय सेन ने पुष्टि करते हुए बताया कि डमटाल स्थित मंदिर वन विभाग की भूमि पर बना है तथा शुक्रवार को वन विभाग ने मंदिर को अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने कहा कि डमटाल की चार यूनियनों के खिलाफ कोर्ट में मामला विचाराधीन था तथा वन विभाग के पक्ष में फैसला होने के बाद शुक्रवार को इसे मुक्त करवाया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों की भावनाओं तथा आस्था को देखते हुए उक्त मंदिर की इमारत को तहस-नहस नहीं किया जाएगा। लोग मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

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